Reliance AGM: मुकेश अंबानी ने पीएम मोदी के भाषण को दोहराया, कहा-ये नया भारत ना रुकता है, ना थकता है!
एजीएम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने इसरो की पूरी टीम को चंद्रयान-3 की सफलता के लिए बधाई भी दी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 46वीं सालाना आम बैठक (एजीएम) को आज संबोधित करते हुए कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस उभरते नए भारत का अगुवा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त को लाल किले से दिए भाषण को दोहराते हुए कहा कि यह न्यू इंडिया है। ये नया भारत ना रुकता है, ना थकता है। आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश आज पुरानी सोच को पीछे छोड़कर निरंतर नए लक्ष्यों को हासिल कर रहा है। ये नया भारत है, जो ना रुकता है, ना थकता है, ना हांफता है और ना ही हारता है।
चंद्रयान-3 के सफलता को लेकर दी बधाई
एजीएम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने इसरो की पूरी टीम को चंद्रयान-3 की सफलता के लिए बधाई भी दी। आपको बता दें कि 23 अगस्त को इसरो ने चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर उतारकर इतिहास रच दिया था। दरअसल, चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव की सतह पर उतरा है, जहां इससे पहले दुनिया के किसी भी देश को सफलता नहीं मिली थी। अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पिछले 10 साल में कुल मिलाकर 150 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह किसी कंपनी का इस अवधि में अबतक का सर्वाधिक निवेश है। कंपनी की सालाना आम बैठक (एजीएम) में अंबानी ने कहा कि रिलायंस उभरते नये भारत में अगुवा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने असंभव लगने वाले लक्ष्य तय किये और उन्हें हासिल किया।’’
जियो प्लेटफॉर्म्स देगी एआई समाधान
मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स विभिन्न क्षेत्रों में भारत-केंद्रित कृत्रिम मेधा (एआई) मॉडल और एआई-संचालित समाधानों के विकास प्रयासों का नेतृत्व करना चाहती है ताकि देश के नागरिक, कारोबार और सरकार नए दौर की इस प्रौद्योगिकी से लाभान्वित हो सकें। अंबानी ने आरआईएल के शेयरधारकों की सालाना आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स ‘हर किसी को, हर जगह एआई’ का वादा करती है। उन्होंने कृत्रिम मेधा (एआई) को जियो के विकास का सबसे रोमांचक मोर्चा बताते हुए इससे संबंधित महत्वाकांक्षी योजनाओं की रूपरेखा पेश की। अंबानी ने टिकाऊ तौर-तरीकों और हरित भविष्य की दिशा में बढ़ने का जिक्र करते हुए क्लाउड और एज दोनों स्थानों पर 2,000 मेगावाट तक एआई-सक्षम कंप्यूटिंग क्षमता स्थापित करने कंपनी की प्रतिबद्धता जताई।