रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में सोमवार के कारोबारी सत्र में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली। एनएसई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 6.80 प्रतिशत की तेजी के साथ 2890 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। इस तेजी को 2020 के बाद रिलायंस के शेयर आई सबसे बड़ी बढ़त माना जा रहा है।
1 लाख करोड़ बढ़ा मार्केट कैप
रिलायंस के शेयर में तेजी की वजह से मार्केटकैप कारोबारी दिन के अंत तक 19.5 लाख करोड़ पहुंच गया। कंपनी का बाजार पूंजीकरण में एक दिन में 1 लाख करोड़ से ज्यादा का इजाफा हुआ है। इसे सिंतबर 2020 के बाद हुई सबसे बड़ी तेजी माना जा रहा है।
रिलायंस में तेजी का कारण
रिलायंस के शेयर में तेजी की वजह ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट को माना जा रहा है, जिसमें ये कहा गया था कि वॉल्ट डिज्नी इंडिया के वैल्यूएशन में काफी गिरावट देखने को मिली है और यह घटकर आधा रह गया है। रिलायंस इंजस्ट्रीज के मीडिया इकाई के साथ चल रही बातचीत में वॉल्ट डिज्नी इंडिया के कारोबार की वैल्यू 4.5 अरब डॉलर लगाई गई है, जबकि पहले ये 10 अरब डॉलर के आसपास थी।
मर्जर के बाद नई कंपनी की वैल्यू करीब 11 अरब डॉलर होगी। डिज्नी इसका 40 प्रतिशत हिस्सा होल्ड करेगी। वहीं, रिलांयस के पास करीब इस कंपनी का 51 प्रतिशत हिस्सा होगा। ये डील फरवरी तक फाइनल होने की संभावना है। सोनी और जी एंटरटेनमेंट की डील फेल होने के बाद कंपनी के सामने कोई बड़ी प्रतिद्वंदी कंपनी भी नहीं होगी।
तीन महीनों से शेयर में तेजी
रिलायंस के शेयर में पिछले तीन महीनों से तेजी देखने को मिल रही है। जनवरी में अब तक शेयर ने 11 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। दिसंबर में शेयर में 9 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया था। वहीं, नवंबर में रिलायंस का शेयर 4 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर बंद हुआ था।
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