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Hindi News पैसा बिज़नेस Delhi-NCR में बीते साल ₹87,818 करोड़ के बिक गए फ्लैट, इस रीजन की अकेले 63% रही हिस्सेदारी

Delhi-NCR में बीते साल ₹87,818 करोड़ के बिक गए फ्लैट, इस रीजन की अकेले 63% रही हिस्सेदारी

नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 24,944 करोड़ रुपये, गाजियाबाद में 4,404 करोड़ रुपये, दिल्ली में 2,610 करोड़ रुपये और फरीदाबाद में 470 करोड़ रुपये मूल्य के घरों की बिक्री पिछले साल हुई।

वर्ष 2024 में करीब 40,000 यूनिट फ्लैट की बिक्री होने की उम्मीद है।- India TV Paisa Image Source : REUTERS वर्ष 2024 में करीब 40,000 यूनिट फ्लैट की बिक्री होने की उम्मीद है।

साल 2023 में दिल्ली और उससे सटे इलाकों यानी दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने जोरदार संख्या में फ्लैट खरीदे हैं। एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल 87,818 करोड़ रुपये मूल्य के फ्लैट की बिक्री हुई। भाषा की खबर के मुताबिक, इसमें सबसे ज्यादा बिक्री गुरुग्राम में हुई है, जिसकी हिस्सेदारी अकेले 63 प्रतिशत रही। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट जेएलएल इंडिया ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। 

फ्लैट की साइज और संख्या कमोबेश स्थिर रही

रिपोर्ट के मुताबिक, खास बात यह है कि दिल्ली-एनसीआर में पिछले साल बिके फ्लैट की औसत कीमत वर्ष 2022 के 1.86 करोड़ रुपये से बढ़कर 2.29 करोड़ रुपये हो गई। कीमतें तो बढ़ीं लेकिन फ्लैट का औसत आकार और बिकने वाले घरों की संख्या (38,407 यूनिट) कमोबेश स्थिर रही। इसमें कहा गया है कि साल 2023 में बिकने वाले फ्लैट का कुल मूल्य 87,818 करोड़ रुपये था, जो साल 2022 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है। 

फरीदाबाद में सबसे कम बिक्री

कुल बिक्री मूल्य में अकेले गुरुग्राम की हिस्सेदारी 55,930 करोड़ रुपये के साथ करीब 63 प्रतिशत रही। वहीं, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 24,944 करोड़ रुपये, गाजियाबाद में 4,404 करोड़ रुपये, दिल्ली में 2,610 करोड़ रुपये और फरीदाबाद में 470 करोड़ रुपये मूल्य के घरों की बिक्री पिछले साल हुई। सलाहकार फर्म ने कहा कि वर्ष 2024 में इस आवासीय बाजार में 95,000 से लेकर एक लाख करोड़ रुपये मूल्य की करीब 40,000 यूनिट की बिक्री होने की उम्मीद है।

घरों का मूल्य बढ़ गया

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रति वर्ग फुट औसत कीमत में 13 प्रतिशत की वृद्धि होने और महंगी परियोजनाओं की पेशकश में उल्लेखनीय वृद्धि होने से पिछले साल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बिकने वाले घरों का मूल्य बढ़ गया। जेएलएल के मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख (भारत) सामंतक दास ने कहा कि पिछले साल पेश की गई परियोजनाओं में 40,805 करोड़ रुपये मूल्य के घर बिके जिनकी कीमत तीन करोड़ रुपये या उससे ज्यादा थी। दिल्ली-एनसीआर में कई नई परियोजनाएं पेश की गईं लेकिन खाली घरों की संख्या 2023 के आखिर में घटकर 66,777 यूनिट रह गईं। यह साल 2009 के बाद से सबसे कम संख्या है।

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