RBI: सस्ते लोन के लिए करना होगा इंतजार, आरबीआई ने नहीं घटाया रेपो रेट
RBI MPC Highlights: आरबीआई की ओर से नई मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट को जस के तस रखा गया है।
RBI MPC Outcome: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास की ओर से नई मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान कर दिया गया है। केंद्रीय बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है और रेपो रेटो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। एमपीसी में 6 में से 5 सदस्य रेपो रेट में बदलाव करने के पक्ष में नहीं थे। यह छठवां मौका है। जब आरबीआई की एमपीसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट को जस के तस रखा गया है।
ब्याज दरों की समीक्षा के लिए आरबीआई एमपीसी की बैठक 6 फरवरी से लेकर 8 फरवरी तक हुई थी। इससे पहले दिसंबर 2023 में भी आरबीआई एमपीसी ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखा था।
जीडीपी ग्रोथ अनुमान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी 7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। जीडीपी ग्रोथ अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7.2 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 7.0 प्रतिशत और चौथी तिमाही 6.9 प्रतिशत रह सकती है।
महंगाई दर का अनुमान
आरबीआई गवर्नर ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर के बीच महंगाई दर 5.5 प्रतिशत रही है। पूरे चालू वित्त वर्ष के दौरान महंगाई दर 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगले वित्त वर्ष में महंगाई दर कम होने की संभावना है और यह 4.5 प्रतिशत पर रह सकती है। महंगाई दर वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 4 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.7 प्रतिशत रह सकती है।
विदेशी मुद्रा भंडार
दाल ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 622.5 अरब डॉलर पर बना हुआ है। यह सभी देश की सभी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। साथ ही कहा कि बैंक और एनबीएफसी को रिटेल और एमएसएमई को दिए लोन की फैक्ट शीट उपलब्ध करानी होगी।