नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गांवों और रूरल एरिया में रहने वाले लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को यूपीआई 123पे पेश किया। इसकी मदद से अब फीचर फोन उपभोक्ता भी यूपीआई की मदद से भुगतान कर पाएंगे। इसके लिए मोबाइल में इंटरनेट की जरूरत भी नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि अभी तक यूपीआई का इस्तेमाल के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट जरूरी है।
देश के 40 करोड़ लोगों को फायदा होगा
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने यूपीआई 123पे पेश करते हुए कहा कि समाज के निचले तबके के ‘वंचित लोग’, खासकर ग्रामीण इलाकों में, अब यूपीआई सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे देश के 40 करोड़ फीचर फोन उपयोगकर्ता भुगतान सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे।
हेल्पलाइन डिजीसाथी भी लॉन्च
आरबीआई गवर्नर ने डिजिटल भुगतान के लिए 24x7 हेल्पलाइन- डिजीसाथी भी लॉन्च किया। दास ने दास ने कहा कि डिजिटल भुगतान के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई, जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने तैयार किया है। ‘डिजीसाथी’ नाम की इस हेल्पलाइन की मदद वेबसाइट - ‘डिजीसाथी डॉट कॉम’ और फोन नंबर - ‘14431’ और ‘1800 891 3333’ के जरिए ली जा सकती है। इसकी मदद से उपभोक्ता अपनी समस्या का सामाधान सातों दिन और 24 घंटे पा सकेंगे।
यूपीआई लेनदेन 76 लाख करोड़ पहुंचा
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक यूपीआई लेनदेन 76 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 41 लाख करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब कुल लेनदेन का आंकड़ा 100 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक देश में 40 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के पास सामान्य फीचर फोन हैं।
क्या होता है फीचर फोन?
फीचर फोन स्मार्टफोन नहीं होता है। इनमें कॉल करने और मेसेज भेजने जैसी सामान्य सुविधाएं ही मिलती हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल इसमें नहीं किया जा सकता है। ग्रीमाण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं।
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