RBI: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 6% किया; महंगाई को लेकर कही ये बात
RBI की ओर से वित्त वर्ष 25 के लिए विकास दर के अनुमान को घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया है। साथ ही महंगाई को लेकर अनुमान को घटाया है।
केंद्रीय रिजर्व बैंक की ओर से वित्त वर्ष 2024-25 के लिए विकास दर का अनुमान घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया है। आरबीआई द्वारा बुधवार को जारी की गई 'स्टेट ऑफ इकोनॉमी' रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई। इससे पहले अक्टूबर में जारी मॉनेटरी पॉलिसी में ये 6.5 प्रतिशत पर था।
अक्टूबर में हुई एमपीसी में केंद्रीय बैंक द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विकास दर का अनुमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया था। लेकिन ताजा रिव्यू में जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 7.1 प्रतिशत कर दिया गया है। हालांकि, वैश्विक जीडीपी काफी धीमी रफ्तार से बढ़ने का अनुमान है। ये वित्त वर्ष 24 और वित्त वर्ष 25 में 2.6 प्रतिशत और 2.1 प्रतिशत रह सकती है।
आने वाले समय में कम होगी महंगाई
रिपोर्ट में बताया गया है कि महंगाई आने वाले वर्षों में तेजी से कम होगी। वित्त वर्ष 2023-24 में ये 5.3 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2024-25 ये 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। साथ ही बताया कि आपूर्ति श्रंखला में सुधार आना महंगाई कम होने की बड़ी वजह है। महंगाई कम होने के कारण जीडीपी में भी तेजी बनी रहेगी। वहीं, वैश्विक स्तर पर वित्त वर्ष 24 और वित्त वर्ष 25 में महंगाई की दर 5.5 प्रतिशत और 4 प्रतिशत रह सकती है। आरबीआई द्वारा कहा गया कि एक दिसंबर तक डिपॉजिट ग्रोथ 12.2 प्रतिशत थी, जो कि एक वर्ष पहले 9.3 प्रतिशत थी। वहीं, लोन की दर 16.4 प्रतिशत रही है, जो कि एक वर्ष पहले 16.4 प्रतिशत थी।
महंगाई कम करने के लिए आरबीआई ने बढ़ाई रेपो रेट
आरबीआई एमपीसी के द्वारा पिछले 2022 और 2023 में महंगाई को कम करने के लिए रेपो रेट में इजाफा किया गया। रेपो रेट को मई 2022 में 0.40 प्रतिशत, जून में 0.50 प्रतिशत, अगस्त में 0.50 प्रतिशत, सितंबर में 0.50 प्रतिशत, दिसंबर में 0.35 प्रतिशत और फरवरी 2023 में 0.25 प्रतिशत का इजाफा किया गया था।