भारतीय रेल ने वर्ष 2030 तक माल ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने के लिए इस साल करीब 84,000 बोगियों का ऑर्डर दिया है जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। रेल राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने बुधवार को यहां उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा कि रेलवे को इस साल 150 करोड़ टन की अपनी सर्वोच्च वहन क्षमता हासिल करने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि रेल परिवहन का इस्तेमाल अमूमन थोक सामान ले जाने में होता रहा है लेकिन हाल में सड़क के रास्ते भी पहुंचाए जा सकने वाले कई उत्पादों की कंटेनरों में रेल के जरिये ढुलाई की जा रही है।
जरदोश ने कहा, ‘‘इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए माल ढुलाई में रेलवे की हिस्सेदारी को वर्ष 2030 तक 27 प्रतिशत से बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए मूल रूप से चार चीजों- ट्रैक उपलब्धता, बोगी एवं रैक, टर्मिनल की उपलब्धता के अलावा विभिन्न ढुलाई योजनाओं की जरूरत होगी।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने बीते आठ वर्षों में इन सभी बिंदुओं पर जोर दिया है। मसलन, 2014 से 2021-22 के बीच सात किलोमीटर प्रतिदिन के हिसाब से रेल ट्रैक की मंजूरी दी जाती रही और अब यह बढ़कर 12 किलोमीटर प्रतिदिन हो चुका है।
उन्होंने कहा कि तेज रफ्तार से पूरी हो रही परियोजनाएं देश के हर हिस्से को जोड़ने का काम करेंगी। उन्होंने बताया कि समर्पित माल ढुलाई गलियारे का काम भी 61 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है और इसके पूरी तरह बन जाने पर माल ढुलाई काफी तेज हो जाएगी।
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