रेलवे द्वारा बीते करीब 8 साल से देश भर के रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाईफाई की सुविधा प्रदान कर रही है। 2014 में बेंगलुरू से शुरू हुई ये सर्विस अब तक देश के 6100 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध कराई जा चुकी है। रेल मंत्रालय के संचार उपक्रम रेलटेल द्वारा उपलब्ध कराई जा रही इस वाई-फाई सर्विस को अब रेलवे मोनेटाइज करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए रेलटेल ने एक टेक्नोलॉजी फर्म के साथ करार किया है।
किस कंपनी से किया करार
रेलटेल ने बयान में कहा कि उसने मुंबई स्थित कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक लिमिटेड की अगुवाई वाले एक गठजोड़ के साथ यह समझौता किया है। वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक के साथ यह करार पांच साल का है। इस गठजोड़ में फॉरेंसिक्स इंटेलिजेंस सर्विलांस एंड सिक्योरिटी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (एफआईएसएसटी) और येलो इंक भी शामिल हैं।
कैसे कमाई करेगा रेलवे
इस समझौते के तहत रेलवे के एकीकृत सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क पर रेल यात्रियों के लिए लक्षित विज्ञापनों और मल्टी-मीडिया सूचना सेवा के जरिये राजस्व पैदा करने पर जोर रहेगा। यह सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क के उपभोक्ताओं से राजस्व सृजन का पहला बहु-वर्षीय समझौता है। राजस्व का बड़ा हिस्सा विज्ञापनों से आएगा। पांच वर्षों में इससे करीब 250 करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा होने की उम्मीद है।
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