इस सरकारी कंपनी को मिला 3,389 करोड़ रुपये का ठेका, 1 साल में स्टॉक ने दिया 88% का बंपर रिटर्न
एनसीसी लिमिटेड के शेयरों में शुक्रवार 29 नवंबर को 4% की बढ़ोतरी हुई, जब कंपनी ने घोषणा की कि उसे केन-बेतवा लिंक परियोजना का ठेका मिल गया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से जुड़ी सरकारी कंपनी NCC Ltd. को केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के तहत दौधन बांध के निर्माण के लिए 3,389.49 करोड़ रुपये का ठेका मिला है। कंपनी ने शुक्रवार को बयान में कहा कि ठेके की कुल कीमत 3,389.49 करोड़ रुपये (GST को छोड़कर) होगी। एनसीसी लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, कंपनी को केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत दौधन बांध के इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) कार्यों के लिए सफल बोलीदाता के रूप में चयन के संबंध में 28 नवंबर की तारीख का स्वीकृति पत्र प्राप्त हुआ है। इससे पहले एनसीसी ने नवंबर की शुरुआत में घोषणा की थी कि उसे अक्टूबर महीने में 3,496 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं। इन ऑर्डर में से बिल्डिंग डिवीजन को 2,684 करोड़ रुपये, इलेक्ट्रिकल डिवीजन को 538 करोड़ रुपये और वाटर एंड अदर डिवीजन को 274 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं।
प्रोजेक्ट का काम 72 महीने में पूरा करना होगा
प्रोजेक्ट का काम 72 महीने की अवधि में क्रियान्वित किया जाना है। इसमें कहा गया है कि इस कार्य में ईपीसी के आधार पर योजना, डिजायन और इंजीनियरिंग तथा हाइड्रो-मैकेनिकल कार्य शामिल हैं। सितंबर तिमाही में एनसीसी को ₹4,760 करोड़ के ऑर्डर मिले थे, जिससे कुल ऑर्डर बुक ₹52,370 करोड़ हो गई। एनसीसी ने पूरे वित्त वर्ष के लिए ₹20,000 करोड़ से ₹22,000 करोड़ के बीच ऑर्डर प्रवाह और 15% से अधिक राजस्व वृद्धि का अनुमान लगाया है। पूरे वर्ष के लिए EBITDA मार्जिन 9.5% से 10% के बीच रहने की उम्मीद है।
शेयर ने 1 साल में दिया 88% का बंपर रिटर्न
अगर एनसीसी के शेयर पर नजर डालें तो कंपनी के शेयर ने 1 साल की अवधि में 88% का बंपर रिटर्न दिया है। नवंबर 2023 में शेयर का भाव 165 रुपये से बढ़कर 311 रुपये पहुंच गया है। वहीं पिछले एक महीने में कंपनी के स्टॉक ने 6 फीसदी का रिटर्न दिया है। एनसीसी लिमिटेड बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निर्माण/परियोजना गतिविधियों में लगी हुई है। कंपनी मुख्य रूप से औद्योगिक और वाणिज्यिक भवनों, आवास परियोजनाओं, सड़कों, पुलों और फ्लाईओवरों, जल आपूर्ति और पर्यावरण परियोजनाओं, खनन, बिजली पारेषण लाइनों, सिंचाई और हाइड्रोथर्मल बिजली परियोजनाओं, रियल एस्टेट विकास के निर्माण करती है।