Property Sale: जनवरी-सितंबर में अपार्टमेंट की बिक्री बढ़कर 1.61 लाख रही, पिछले सात साल का सबसे अधिक
आंकड़ों के अनुसार, 2014 के कैलेंडर वर्ष में अपार्टमेंट की वार्षिक बिक्री 1,65,791 इकाई थी जबकि 2015 में बिक्री 1,57,794 इकाई रही थी।
Property Sale: देश के सात शहरों में इस साल जनवरी-सितंबर में केवल अपार्टमेंट की बिक्री 1,61,604 इकाइयों की रही। यह आंकड़ा पिछले सात साल का सबसे ऊंचा है। संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। जेएलएल इंडिया ने मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, पुणे, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई के बाजारों के आवासीय बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों में केवल अपार्टमेंट शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार, 2014 के कैलेंडर वर्ष में अपार्टमेंट की वार्षिक बिक्री 1,65,791 इकाई थी जबकि 2015 में बिक्री 1,57,794 इकाई रही थी।
इस साल मांग ने पकड़ी रफ्तार
वहीं 2016 में यह आंकड़ा 1,46,852 इकाई, 2017 में 95,774 इकाई, 2018 में 1,36,082 इकाई और 2019 में 1,43,302 इकाई था। वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण अपार्टमेंट की बिक्री घटकर 74,211 रह गई थी। हालांकि, 2021 में मांग फिर से बढ़कर 1,28,064 इकाई हो गई। सलाहकार कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘तिमाही आवासीय बिक्री में पिछले साल की पहली तीन तिमाहियों के बाद से पुनरुद्धार देखा गया है। इस साल की पहली तीन तिमाहियों में प्रत्येक में बिक्री ने 50,000 से अधिक इकाइयों के साथ रफ्तार पकड़ी है।’’ जेएलएल इंडिया को त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ मौजूदा तिमाही में बिक्री मजबूत रहने की उम्मीद है।
रियल एस्टेट में पीई निवेश 40 प्रतिशत बढ़ा
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी (पीई) निवेश 40 प्रतिशत बढ़कर 2.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संपत्ति सलाहकार एनारॉक की रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल-सितंबर छमाही में मुख्य रूप से कार्यालय परिसंपत्तियों में विदेशी कोषों का प्रवाह बढ़ने से कुल निजी इक्विटी निवेश बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी निवेश दो अरब डॉलर रहा था। एनारॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शोभित अग्रवाल ने कहा, ‘‘रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों का भरोसा भारतीय अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट उद्योग में सुधार को दर्शाता है।’’ रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल प्रवाह में विदेशी निवेशकों का योगदान 78 प्रतिशत रहा, जो भारतीय रियल एस्टेट में उनके भरोसे को दर्शाता है। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-सितंबर छमाही में घरेलू निवेश में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि विदेशी निवेश में 36 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष की पहली छमाही में 10 बड़े सौदों का कुल पीई निवेश में हिस्सा 86 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 80 प्रतिशत रहा था।