घर बनाने की तैयारी कर रहें हैं तो इन 5 तरीकों से कंस्ट्रक्शन की लागत आधा करें
एक बार नक्शा बना लें तो उसी अनुसार घर का निर्माण कराएं। बाद में बार-बार बदलाव नहीं करें। यह आपकी निर्माण लागत और लेबर काॅस्ट बढ़ाने का काम करेगा।
घर बनाने की लागत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ईंट, बालू, सरिया, गिट्टी, पेंट से लेकर लेबर चार्ज ने घर की निर्माण लागत को बीते कुछ सालों में कई गुना बढ़ा दिया है। ऐसे में अगर आप घर बनाने की तैयारी कर रहें हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखकर लागत को आधा कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे घटाएं घर की निर्माण लागत।
- बिना नक्शा के घर नहीं बनवाएंः कभी भी मिस्त्री के भरोसे घर बनाना शुरू न करें। प्रोपर नक्शा बनाकर ही घर बनाना शुरू करें। यह आपकी निर्माण लगात को बहुत कम करने का काम करेगा। साथ ही बाद में तोड़फोड़ भी नहीं करना होगा।
- स्किल्ड मिस्त्री और ठेकेदार हायर करेंः घर बनाने में स्किल्ड मिस्त्री और ठेकेदार को ही हायर करें। स्किल्ड मिस़्त्री कंसट्रक्शन काॅस्ट कम करने में मदद करता है। साथ ही राॅ-मेटेरियल्स को बर्बाद होने से बाचाता है। स्किल्ड मिस्त्री आपकी कुल निर्माण लगात को 10 फीसदी तक कम करने में मदद करता है।
- फ्लाई-ऐश ईंट या ब्लाक का उपयोग करेंः घर बनाने में आप मिट्टी के ईंट की जगह फ्लाई-ऐश ईंट का उपयोग करें। यह आपको 7 से 10 रुपये में उपलब्ध है जबकि परंपरागत ईंट के लिए 10 से 12 रुपये प्रति ईंट खर्च करने पड़ते है। फ्लाई-ऐश ईंटो या ब्लाक से बनी दीवार पे प्लास्टर करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इससे लेबर काॅस्ट भी बचता है। साथ ही मटेरियल की लागत भी कम हो जाती है। आप इससे बनने दिवार पर पुट्टी लगवाकर पेंट करवा सकते हैं। इससे प्लास्टर और लेबर दोनों का खर्च बचता है। यह लगात घटाने में मदद करता है।
- नक्शे में बदलाव नहीं करेंः एक बार नक्शा बना लें तो उसी अनुसार घर का निर्माण कराएं। बाद में बार-बार बदलाव नहीं करें। यह आपकी निर्माण लागत और लेबर काॅस्ट बढ़ाने का काम करेगा।
- मटेरियल के बेस्ट को कम करेंः घर के कंस्ट्रक्शन के समय ईंट, बालू, गिट्टी, सीमेंट आदि की र्बबादी होती है। ठेके पर काम देने पर मिस्त्री इसकी र्बबादी ज्यादा ही करते हैं। यह कंस्ट्रक्शन की लागत को 15 फीसदी तक बढ़ा देते हैं। इस पर ध्यान देकर आप लागत कम कर सकते हैं।
- होल सेल दुकान से खरीदारीः कभी भी बिल्डिंग मटेरियल बिना रिसर्च के नहीं खरीदें। अपने शहर के आसपास बड़े दुकानों से रेट लें। आॅनलाइन भी रिसर्च करें। इसके बाद ही खरीदारी का फैसला करें। यह आपको बड़ी बचत कराने में मदद करेगा।