'डाक बाबू' बनाएंगे आपके बच्चों का Aadhaar कार्ड, मोबाइल नंबर, पता और फोटो घर बैठे करेंगे अपडेट
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, UIDAI की देश के दूर-दराज के इलाकों तक सेवा पहुंचने की योजना है।
जल्द ही आप अपने बच्चों का आधार कार्ड घर बैठे बनवा पाएंगे। जी हां, आपने सही सुना! यह काम आपके नजदीकी पोस्ट ऑफिस के 'डाक बाबू' करेंग। दरअसल, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के 48,000 डाकियों को आधार में अपडेट करने और बच्चों का आधार बनाने के लिए जरूरी ट्रेनिंग दे रहा है। ये डाक बाबू देश के सबसे दूर-दराज के इलाकों में घर-घर जाकर आधार को अपडेट करने और बच्चों के लिए नए आधार बनाने का काम करेंगे। इसके शुरू हो जाने के बाद आपको आधार केंद्र के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इस योजना के दूसरे चरण में देशभर के 1.5 लाख डाकघर के जरिये यह सेवा दी जाएगी।
UIDAI ने इस तरह बनाई योजना
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घर बैठे आधार को अपडेट कराने की सुविधा सुचारू रूप से शुरू करने के लिए, UIDAI डाकियों को जरूरी डिजिटल मदद जैसे डेस्कटॉप या लैपटॉप बेस्ड आधार किट दे रहा है। इसके जरिये वे आसानी से आधार कार्डधारकों की जरूरी डिटेल्स को अपडेट कर सकेंगे। अब तक अथॉरिटी ने पोस्ट पेमेंट बैंक पोस्टमैन के साथ टैबलेट और बच्चों के पंजीकरण के लिए मोबाइल बेस्ड किट का इस्तेमाल करके पायलट चलाया है। डाकियों के अलावा, UIDAI की योजना इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कॉमन सर्विस सेंटर के साथ मौजूदा समय में काम कर रहे करीब 13,000 कर्मचारियों को शामिल करना है। यह सुनिश्चित करने के लिए उनके द्वारा अपडेट की गई आधार डिटेल्स जल्दी से जल्दी अपडेट हों। साथ ही देश के 755 जिलों में आधार सेवा केंद्र खोलने की भी है। मौजूदा समय में 72 शहरों में 88 UIDAI सेवा केंद्र मौजूद हैं।
देश के अंतिम छोर तक सेवा पहुंचाने की योजना
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, UIDAI की देश के दूर-दराज के इलाकों तक सेवा पहुंचने की योजना है। UIDAI राज्यों सरकारों के साथ भी बात करेगा, कि वे सरकारी दफ्तरों में जगह दे, जहां इन सेवा केंद्रों को खोला जा सके। औसतन, करीब 50,000 रेजिडेंट आधार के सेल्फ सर्विस पोर्टल को अपनी डिटेल्स जैसे घर का पता, फोन नंबर और दूसरी डिटेल्स को अपडेट करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, इनमें से ज्यादातर बदलाव शहरी इलाकों से किए जाते हैं, क्योंकि ग्रामीण इलाकों में इन डिटेल्स को अपडेट करने के लिए लोग आधार सेवा केंद्र जाते हैं।