देश के 8.5 करोड़ किसानों के लिए खुशखबरी, PM गुरुवार को ट्रांसफर करेंगे पीएम-किसान स्कीम के पैसे, ऐसे चेक करें अपना खाता
अब तक देशभर के 11 करोड़ से अधिक किसानों को 2.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ प्रदान किया जा चुका है।
देश भर के करीब 8.5 करोड़ किसानों को गुरुवार को बड़ी खुशखबरी मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पीएम-किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) के तहत लगभग 8.5 करोड़ किसान लाभार्थियों को 14वीं किस्त के रूप में लगभग 17,000 करोड़ रुपये जारी करेंगे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह राशि गुरुवार को राजस्थान के सीकर में एक कार्यक्रम में लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाएगी।
योजना की शुरुआत के बाद से लाभार्थियों को हस्तांतरित की गई कुल राशि 2.59 लाख करोड़ रुपये को पार करने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि यह वित्तीय सहायता किसानों को उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में सहायता करेगी और उनके समग्र कल्याण में योगदान देगी।
2019 में हुई थी शुरुआत
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) 24 फरवरी, 2019 को शुरू की गई और दिसंबर 2018 से प्रभावी एक केंद्रीय योजना है। योजना के तहत, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) मोड के माध्यम से देश भर के किसान परिवारों के बैंक खातों में तीन समान किस्तों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये का वित्तीय लाभ हस्तांतरित किया जाता है। अब तक देशभर के 11 करोड़ से अधिक किसानों को 2.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ प्रदान किया जा चुका है।
पीएम किसान समृद्धि केंद्र की सौगात
इस कार्यक्रम में मोदी देश को 1.25 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) समर्पित करेंगे। सरकार चरणबद्ध तरीके से देश में खुदरा उर्वरक दुकानों को पीएमकेएसके में परिवर्तित कर रही है। ये पीएमकेएसके किसानों को कृषि-इनपुट, मिट्टी, बीज और उर्वरक के लिए परीक्षण सुविधाएं प्रदान करेंगे। ये केंद्र किसानों के बीच जागरूकता पैदा करेंगे, विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे और ब्लॉक और जिला स्तर के आउटलेट पर खुदरा विक्रेताओं की नियमित क्षमता निर्माण सुनिश्चित करेंगे।
यूरिया गोल्ड लॉन्च करेंगे पीएम मोदी
कार्यक्रम में, किसानों को एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी कल के कार्यक्रम में सल्फर लेपित यूरिया (यूरिया गोल्ड) लॉन्च करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी ओएनडीसी पर 1,600 किसान उत्पादक संगठनों की ऑनबोर्डिंग भी लॉन्च करेंगे।