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Hindi News पैसा बिज़नेस पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल पंप डीलर का बढ़ाया कमीशन, क्या पेट्रोल-डीजल के भी बढ़ेंगे दाम?

पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल पंप डीलर का बढ़ाया कमीशन, क्या पेट्रोल-डीजल के भी बढ़ेंगे दाम?

वर्तमान में, डीलरों को पेट्रोल पर कमीशन के रूप में 1,868.14 रुपये प्रति किलोलीटर के साथ बिल किये गये मूल्य का 0.875 प्रतिशत भुगतान किया जाता है। डीजल पर यह 1389.35 रुपये प्रति किलोलीटर है। साथ ही बिल योग्य मूल्य का 0.28 प्रतिशत कमीशन मिलता है।

 इससे ग्राहक सेवा मानकों और पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारियों को लाभ होगा।- India TV Paisa Image Source : FILE इससे ग्राहक सेवा मानकों और पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारियों को लाभ होगा।

पेट्रोलियम कंपनियों (ऑयल मार्केटिंग कंपनियों) की तरफ से पेट्रोल पंप डीलर को दिये जाने वाले कमीशन में मंगलवार को बढ़ोतरी कर दी गई है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म‘एक्स’ पर लिखा- लंबित मामले के समाधान के बाद इंडियन ऑयल को डीलर मार्जिन में संशोधन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, यह संशोधन 30 अक्टूबर, 2024 से प्रभावी होगा। पीटीआई की खबर के मुताबिक, कंपनियों ने हालांकि यह भी कहा है कि इससे खुदरा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा।

कितना मिलता है कमीशन

खबर के मुताबिक, कंपनियों का बल्कि यह कहना है कि वास्तव में, राज्य के भीतर माल ढुलाई को युक्तिसंगत बनाने के कारण ओडिशा, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटेंगी। डीलर कमीशन बिक्री और स्थान के मुताबिक अलग-अलग होगा। हालांकि, इस बारे में विस्तृत ब्योरा फिलहाल उपलब्ध नहीं हो पाया है। वर्तमान में, डीलरों को पेट्रोल पर कमीशन के रूप में 1,868.14 रुपये प्रति किलोलीटर के साथ बिल किये गये मूल्य का 0.875 प्रतिशत भुगतान किया जाता है। डीजल पर यह 1389.35 रुपये प्रति किलोलीटर है। साथ ही बिल योग्य मूल्य का 0.28 प्रतिशत कमीशन मिलता है। इसमें कहा गया है कि इससे ग्राहक सेवा मानकों और पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारियों को लाभ होगा।

खुदरा बिक्री मूल्य में अंतर घटेगा

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने कहा कि देश भर में निरंतर आधार पर किफायती पेट्रोल और डीजल उपलब्ध कराने का हमारा प्रयास सफल हुआ है। इंडियन ऑयल ने राज्य के भीतर माल ढुलाई की लागत को तर्कसंगत बनाने का काम किया है, जिससे राज्य के भीतर विभिन्न बाजारों में खुदरा बिक्री मूल्य में अंतर कम होगा। इसमें वे भौगोलिक क्षेत्र शामिल नहीं हैं जहां आदर्श आचार संहिता लागू है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्य के भीतर माल ढुलाई को तर्कसंगत बनाने के कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे दूरदराज के स्थानों (तेल विपणन कंपनियों के पेट्रोल और डीजल डिपो से दूर) पर स्थित उपभोक्ताओं को लाभ होगा। इसके परिणामस्वरूप देश के कई भागों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आएगी।

यहां घट जाएगी कीमत

पुरी ने ओडिशा के मलकानगिरी में कुनानपल्ली और कालीमेला का उदाहरण दिया। वहां पेट्रोल की कीमत क्रमशः 4.69 रुपये और 4.55 रुपये कम हो जाएगी और डीजल की दरों में क्रमशः 4.45 रुपये और 4.32 रुपये की कटौती होगी। इसी तरह छत्तीसगढ़ के सुकमा में पेट्रोल की कीमत 2.09 रुपये और डीजल की कीमत 2.02 रुपये कम हो जाएंगी। अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और मिजोरम में भी कई जगहों पर कीमतों में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि डीलर कमीशन में बढ़ोतरी से पेट्रोल पंप पर ईंधन के लिए आने वाले लगभग सात करोड़ नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। साथ ही पिछले सात साल से लंबित इस मांग के पूरा होने से पेट्रोल पंप डीलरों और देश भर के 83,000 से अधिक पेट्रोल पंप पर काम करने वाले लगभग 10 लाख कर्मचारियों को लाभ होगा।

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