कोरोना महामारी के दौरान जब वर्क फ्रॉम होम और स्कूल फ्रॉम होम की जरूरत पड़ी तो सबसे ज्यादा फायदा पर्सनन कंप्यूटर कारोबार को हुआ था। उस वक्त धड़ाधड़ कंप्यूटर्स की बिक्री शुरू हो गई। लेकिन अब जब कोरोना बीते दिनों की बात हो चुकी है, लोग वापस दफ्तर लौट रहे हैं, स्कूल खुल रहे हैं तो सबसे तगड़ा झटका इसी कारोबार को पहुंचा है।
भारतीय बाजार में पर्सनल कंप्यूटरों (पीसी) की बिक्री जनवरी-मार्च तिमाही में मांग कम होने से सालाना आधार पर करीब 30 प्रतिशत तक घटकर 29.92 लाख इकाई पर आ गई। बाजार शोध फर्म इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में 42.82 लाख पीसी बेचे गए थे। आईडीसी वैश्विक स्तर पर पर्सनल कंप्यूटर उपकरणों का तिमाही रिपोर्ट जारी करती है।
पर्सनल कंप्यूटर के तहत डेस्कटॉप, नोटबुक एवं वर्कस्टेशन आते हैं। भारतीय बाजार के लिए जारी रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-मार्च, 2022 की तुलना में पर्सनल कंप्यूटर की भारत में बिक्री 30.1 प्रतिशत घटकर 29.92 लाख इकाई रह गई।
हालांकि, डेस्कटॉप की मांग सकारात्मक रही लेकिन नोटबुक की मांग सालाना आधार पर 40.8 प्रतिशत तक गिर गई। इसके लिए उपभोक्ता खंड के अलावा कॉमर्शियल सेगमेंट से भी मांग में आई कमी जिम्मेदार रही। इस गिरावट के बीच एचपी 33.8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष स्थान पर बनी रही। लेनोवो 15.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे और डेल 13.9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर आ गई।
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