कंगाली के राह पर खड़ा है पाकिस्तान, विदेशी मुद्रा भंडार में बची है मात्र 6 अरब डॉलर की संपत्ति
पाकिस्तान का हाल बुरा है। बढ़ती महंगाई और भुखमरी का शिकार इस समय पुरा देश है। साथ में देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी खाली हो रहा है।
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक (एसबीपी) का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 78.4 करोड़ डॉलर घटकर चार साल के निचले स्तर 6.72 अरब डॉलर पर आ गया। बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पहले 18 जनवरी 2019 को केंद्रीय बैंक के पास मुद्रा भंडार 6.64 अरब डॉलर था। वाणिज्यिक बैंकों के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार 5.86 अरब डॉलर रहा।
इस वजह से आई मुद्रा भंडार में कमी
इसको लेकर देश में कुल विदेशी मुद्रा भंडार 12.58 अरब डॉलर रहा। सरकार ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति को मजबूत बनाना उसकी मुख्य प्राथमिकता है। हालांकि, अप्रैल के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब डॉलर घटा है। उस समय यह 10.9 अरब डॉलर था। उसी समय प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई में नई गठबंघन सरकार सत्ता में आई थी। विश्लेषकों के अनुसार, मुद्रा भंडार में कमी का कारण पिछले पांच महीने में पूंजी प्रवाह का केवल चार अरब डॉलर रहना है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में कमी का एक कारण इस्लामिक बॉन्ड (सुकुक) के परिपक्व होने के बाद उसका भुगतान है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर जमील अहमद ने कहा कि चूक का कोई जोखिम नहीं है और देश समय पर विदेशी देनदारी को पूरा करने में सक्षम है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हुई बढ़ोतरी
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.162 अरब डॉलर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे सप्ताह तेजी आई है। पिछले सप्ताह देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। वहीं 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। एक सप्ताह में दूसरी बार सबसे अधिक वृद्धि हुई थी।
पिछले साल अक्टूबर में भारत की तिजोरी में थे बेहिसाब पैसे
बता दें कि अक्टूबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक के रुपये की विनियम दर में तेजी से हो रही गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से इसमें गिरावट आई। केंद्रीय बैंक ने कहा कि कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 9.694 अरब डॉलर बढ़कर 496.984 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाले विदेशीमुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसे गैर अमेरिकी मुद्राओं में हो रहे बदलाव के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है। इसके अलावा स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 1.086 अरब डॉलर बढ़कर 41.025 अरब डॉलर हो गया। आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 16.4 करोड़ डॉलर घटकर 18.04 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 7.5 करोड़ डॉलर घटकर 5.108 अरब डॉलर रह गया।