वित्त मंत्रालय को भारतीय अर्थव्यवस्था पर पूरा भरोसा है। मंत्रालय ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आउटलुक उज्ज्वल नजर आ रहा है। अगले वित्त वर्ष (2024-25) में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने की संभावना है। भाषा की खबर के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा है कि देश को भू-राजनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजारों में अस्थिरता से पैदा होने वाली विपरीत वैश्विक परिस्थितियों पर नजर रखने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
7 प्रतिशत से ज्यादा की रफ्तार लगातार तीसरे साल!
खबर के मुताबिक, ऐसा लगातार तीसरे साल होगा जब भारतीय अर्थव्यवस्था सात प्रतिशत से ज्यादा की रफ्तार से आगे बढ़ेगी। वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के पहले अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में वृद्धि सात प्रतिशत से ज्यादा रह सकती है। ऐसे में कई ग्लोबल एजेंसियों ने भी भारत के ग्रोथ रेट अनुमान में बढ़ोतरी कर दी है।
अंतरिम बजट 2024-25 में घोषित उपायों से मिलेगी मदद
समीक्षा के मुताबिक, मौजूदा भू-राजनीतिक बाधाओं के बीच ये रुझान अपने वृद्धि पथ को बनाए रखने के भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरिम बजट 2024-25 में घोषित उपायों से भारत की वृद्धि यात्रा को आगे बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है। हालांकि, भारत की जीडीपी को लेकर पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि 1 अप्रैल, 2024 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 6.5% की दर से बढ़ने की संभावना है और अगले वर्ष भी इसी गति से बढ़ेगी। आईएमएफ का कहना है कि भारत में विकास मजबूत रहने का अनुमान है।
Latest Business News