भारतीय ऐप बेस्ड टैक्सी उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओला ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में अपना ऑपरेशन बंद करेगी। कंपनी ने कहा है कि वह भारत के कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह फैसला लिया है। राइड-हेलिंग सर्विस प्रदाता ओला ने कहा है कि वह भारत के कारोबार पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा, इसके प्रमोटर एएनआई टेक्नोलॉजीज ने मंगलवार को यह बात कही। सॉफ्टबैंक समर्थित कंपनी ने कहा कि उसे भारत में विस्तार की अपार संभावनाएं दिख रही हैं।
भारत में लाभदायक और सेगमेंट लीडर
ओला मोबिलिटी के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा राइड-हेलिंग व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है, और हम भारत में लाभदायक और सेगमेंट लीडर बने हुए हैं। उनका कहना है कि मोबिलिटी का भविष्य इलेक्ट्रिक है। कंपनी ने 2018 में कई फेज में इन देशों में ऑपरेशन शुरू किया था। प्रवक्ता ने कहा कि इस स्पष्ट फोकस के साथ, हमने अपनी प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन किया है और यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपने विदेशी राइड-हेलिंग व्यवसाय को मौजूदा स्वरूप में बंद करने का फैसला किया है।
कंपनी का घाटा हुआ कम
खबर के मुताबिक, एएनआई टेक्नोलॉजीज ने समेकित शुद्ध घाटा कम होकर 772 रुपये होने की सूचना दी है। एक नियामक फाइलिंग के मुताबिक, कंपनी ने वित्तीय वर्ष (FY) 2022 में 1,522.33 करोड़ रुपये का समेकित घाटा दर्ज किया। ऑपरेशन से समेकित राजस्व वित्त वर्ष 2013 में लगभग 48 प्रतिशत बढ़कर 2,481.35 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 1,679.54 करोड़ रुपये था।
स्टैंडअलोन आधार पर, एएनआई टेक्नोलॉजीज ने वित्त वर्ष 2022 में 3,082.42 करोड़ रुपये के घाटे की तुलना में वित्त वर्ष 2023 में घाटा कम होकर 1,082.56 करोड़ रुपये होने की जानकारी दी है। प्रवक्ता ने कहा कि हम 1 अरब भारतीयों की सेवा करने के अपने मिशन पर बहुत उत्साहित और केंद्रित हैं। ओला की भारत में सबसे बड़ी कॉम्पिटीटर उबर है।
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