Ola को सेबी से IPO लाने की मंजूरी मिली, 5500 करोड़ रुपये जुटाएगी कंपनी
ओला इलेक्ट्रिक के प्रस्तावित आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने के अलावा प्रवर्तकों एवं निवेशकों के पास मौजूद 9.52 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश की जाएगी।
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन विनिर्माता ओला इलेक्ट्रिक और दवा कंपनी एमक्योर फार्मास्युटिकल्स को वित्त जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की मंजूरी मिल गई है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के मुताबिक, इन दोनों ही कंपनियों के आईपीओ संबंधी दस्तावेजों के मसौदे को 10 जून को स्वीकृति मिल गई है। इसका मतलब है कि अब दोनों ही कंपनियां अपने-अपने आईपीओ लाने की दिशा में आगे बढ़ सकती हैं।
9.52 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री होगी
ओला इलेक्ट्रिक के प्रस्तावित आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने के अलावा प्रवर्तकों एवं निवेशकों के पास मौजूद 9.52 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश की जाएगी। बेंगलुरु स्थित ओला इलेक्ट्रिक ने अगस्त, 2021 में अपना पहला ईवी दोपहिया मॉडल पेश किया था। यह इलेक्ट्रिक दोपहिया बनाने के अलावा इनके लिए बैटरी पैक एवं मोटर भी बनाती है। दवा क्षेत्र की कंपनी एमक्योर फार्मास्युटिकल्स के आईपीओ में 800 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने के साथ प्रवर्तकों के पास मौजूद 1.36 करोड़ इक्विटी शेयरों की भी बिक्री पेशकश की जाएगी। आईपीओ से से जुटाई जाने वाली राशि का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान और सामान्य कंपनी कामकाज के लिए किया जाएगा।
आईपीओ लाने पर काम शुरू
कंपनी आईपीओ पर काम शुरू कर दी है। इस आईपीओ में पैसा लगाने के लिए सिंगापुर स्थित ईस्टस्प्रिंग, जो प्रूडेंशियल पीएलसी की सहायक कंपनी है, और यूके स्थित पिक्टेट जैसे निवेशकों ने एंकर निवेशक बनने में रुचि दिखाई थी। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड की स्थापना 2010 में हुई थी और यह भारत में सबसे बड़े मोबिलिटी प्लेटफॉर्म में से एक है। कंपनी की स्थापना अंकित भाटी और भाविश अग्रवाल ने की थी, जिसका मुख्यालय बैंगलोर में स्थित है। यह कंपनी भारत में एक शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) प्लेयर है, जो ईवी और उनके घटकों, जिसमें सेल भी शामिल हैं, के लिए वर्टिकल इंटीग्रेटेड तकनीक और विनिर्माण क्षमताएं विकसित करती है।