GST यानी गु्ड्स एंड सर्विसेज टैक्स कलेक्शन में अक्टूबर में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपये हो गया है। ये अब तक का दूसरा सबसे बड़ा जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा है। जीएसटी कलेक्शन का सबसे बड़ा आंकड़ा अप्रैल 2023 में देखने को मिला था जो कि 1.87 लाख करोड़ रुपये पर था। सितंबर 2023 में जीएसटी कलेक्शन 1.63 लाख करोड़ रुपये था। बता दें, महीने दर महीने जीएसटी कलेक्शन में बढ़त देखने को मिल रही है।
बता दें, अक्टूबर 2023 के 1.72 लाख करोड़ रुपये के जीएसटी कलेक्शन में से सीजीएसटी 30,062 करोड़ रुपये और एसजीएसटी 38,171 करोड़ रुपये रहा है। वहीं, आईजीएसटी कलेक्शन 91,315 करोड़ रुपये रहा है। आईजीएसटी में से 42,873 करोड़ रुपये सीजीएसटी और 36,614 करोड़ रुपये एसजीएसटी को दिए गए हैं।
औसत जीएसटी कलेक्शन 1.66 लाख करोड़ पर पहुंचा
वित्त मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि वित्त वर्ष 2023-24 में जीएसटी कलेक्शन में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। यह 1.66 लाख करोड़ रुपये पर बना हुआ है।
वित्त वर्ष 2023-24 में जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े
- अप्रैल -1,87,035 लाख करोड़
- मई - 1,57,090 लाख करोड़
- जून- 1,61,497 लाख करोड़
- जुलाई- 1,65,105 लाख करोड़
- अगस्त- 1,59,069 लाख करोड़
- सितंबर- 1,62,712 लाख करोड़
- अक्टूबर - 1,72,003 लाख करोड़
कल सरकार की ओर से राजकोषीय घाटे के आंकड़े जारी किए गए थे। वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश का राजकोषीय घाटा 7.02 लाख करोड़ रुपये रहा है। पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य का 39.3 प्रतिशत है। सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 17.87 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है। बता दें, अप्रैल-सितंबर 2022 का राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2022-23 के बजट का 37.3 प्रतिशत था। अप्रैल-सितंबर 2023 की बात करें, सरकार की कुल प्राप्तियां 17.7 प्रतिशत और कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन 20.2 प्रतिशत बढ़ गया है। वहीं, इनकम टैक्स में सालाना आधार पर 31.1 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया है।
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