NMACC ने पूरा किया एक साल, नीता अंबानी बोलीं- भारतीय कला को दिखाना गर्व की बात
नीता मुकेश अंबानी कल्चलर सेंटर को एक साल पूरा हो गया है। पिछले 366 दिन में एनएमएसीसी में 700 से ज्यादा शो हुए हैं और इनमें 10 लाख से ज्यादा दर्शक आए हैं।
नीता मुकेश अंबानी कल्चलर सेंटर (NMACC) ने एक वर्ष पूरा कर लिया है। इस मौके पर एनएमएसीसी में वार्षिक शो आयोजित किया गया। इस मौके पर नीता अंबानी ने वहां मौजूद लोगों का स्वागत किया।उन्होंने इस दौरान दिए अपने संबोधन में कहा कि एनएमएसीसी को एक वर्ष पूरा हो गया। लेकिन इसकी यादें इतनी ताजा है कि लगता है जैसे कल ही इसका उद्घाटन हुआ है। पिछले एक साल में एनएमएसीसी को जिस तरह का रिस्पॉन्स मिला है और प्रशंसा हुई है यह मेरी जीवन की सबसे खूबसूरत स्मृति है।
नीता अंबानी ने आगे कहा कि मैं खुशी से भरे दिल और कृतज्ञता की गहरी भावना के साथ आपके सामने खड़ी हूं। पहले असाधारण वर्ष के लिए धन्यवाद! आपकी उपस्थिति ने हमें ऊर्जावान बनाया है। आपकी सराहना ने हमें प्रेरित किया है और कला के प्रति आपका प्रेम और आपके लिए हमारे प्यारे देश ने इस खूबसूरत यात्रा को आकार दिया है। दिल से धन्यवाद।
366 दिन में 700 शो हुए
नीता अंबानी की ओर से बताया गया कि पिछले 366 दिन में एनएमएसीसी में 670 कलाकारों के 700 से ज्यादा शो हुए हैं और इनमें 10 लाख से ज्यादा दर्शक आए। हमारे आर्ट हाउस में कई कटिंग एज एक्जीबीशन हैं, जो कि दुनिया के सामने पहली बार सामने आए हैं।
'स्वदेश' से छोटे शहरों के कलाकारों को मिला सहारा
उन्होंने आगे कहा कि हमारी 'स्वदेश' मूवमेंट के जरिए देश के ग्रामीण और छोटे शहरों से आने वाले कलाकारों को सपोर्ट मिला है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि भारत की सदियों पुरानी आर्ट को स्पॉटलाइट दे पा रहे हैं।
मुकेश अंबानी के साथ मिलकर कला केंद्र बनाने का सपना किया साकार
उन्होंने आगे बताया कि मुकेश और मैंने साथ मिलकर एक सपना देखा था की हम एक ऐसा केद्र बनाएं जो कला, संस्कृति और ज्ञान की त्रिवेणी का संगम हो। जहां संगीत को नए स्वर मिलें, नृत्य को नयी ताल मिले, कला को नया घर मिले और कलाकारों को नया आसमान मिले। आप सब के सहयोग और प्रोत्साहन से, हमने इस सपने को साकार करनेकी पूरी कोशिश की है।आज मैं बडी विनम्रता के साथ और पूरे आत्मविश्वास से ये कह सकती हूं कि वो सपना अब हकीकत बन चुका है। इसमें हमारे सभी कलाकारों का और आप सभी दर्शकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आप हैं तो ये सारी कलाएं हैं, आप हैं तो भारत की विरासत जिंदा है और आप हैं तो नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर है। मैं अपने दिल से आप सभी का धन्यवाद देना चाहती हूं।