रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते गुरुवार को अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के काम की समीक्षा के बाद कहा कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की गति काफी संतोषजनक है। हालांकि, पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि प्रोजेक्ट के पूरा होने की डेडलाइन क्या है तो इस बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया। भाषा की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि हम इस लीनियर प्रोजेक्ट में सेक्शन दर सेक्शन आगे बढ़ते हैं। यह एक जटिल प्रोजेक्ट है और इसका काम बहुत ही अच्छी स्पीड में चल रहा है।
काम काफी संतोषजनक
खबर के मुताबिक, रेल मंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट की समीक्षा के बाद मैं यह कह सकता हूं कि काम काफी संतोषजनक है। मैं बुलेट ट्रेन के काम से प्रभावित भी हूं। आपको बता दें, मुंबई और अहमदाबाद के बीच कुल 508 किलोमीटर लंबी परियोजना में से 272 किलोमीटर की लंबाई पर वायाडक्ट बनाया गया है। वैष्णव ने कहा कि इस रूट पर आठ नदियां हैं और उनमें से पांच पर पुल बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सूरत और बिलिमोरा के बीच 50 किलोमीटर लंबे सेक्शन को पूरा करने की समय सीमा 2026 है और काम तय कार्यक्रम के मुताबिक ही चल रहा है।
एक समुद्री सुरंग से होकर गुजरेगी बुलेट ट्रेन
वैष्णव ने कहा कि बुलेट ट्रेन कॉरिडोर मुंबई, ठाणे, वापी, सूरत, वडोदरा, आनंद और अहमदाबाद जैसे बड़े आर्थिक केंद्रों को एकीकृत करेगा और देश की आर्थिक वृद्धि के लिए अच्छा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई स्टेशनों पर महत्वपूर्ण प्रगति भी देखने को मिली है। प्रपोजल के मुताबिक, बुलेट ट्रेन ठाणे से मुंबई पहुंचने के लिए एक समुद्री सुरंग से होकर गुजरेगी। समुद्री सुरंग पर काम शुरू हो गया है।
साल 2017 में घोषित, मुंबई और अहमदाबाद के बीच देश के पहले हाई-स्पीड ट्रेन कॉरिडोर में बुलेट ट्रेनें 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। साल 2017 में इस प्रोजेक्ट को अंजाम दे रही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 2022 तक की डेडलाइन दी थी। लेकिन बाद में परियोजना की समय सीमा बढ़ा दी गई।
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