विदेश जाने वाला एक आम भारतीय अपने परिवार से कितना प्यार करता है, इसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि विदेशों से अपने देश पैसा भेजने वालों के मामले में दुनिया का कोई भी देश भारत के आसपास भी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक ताजा रिपोर्ट में सामने आया है कि 2021 में विदेशों में रह रहे भारतीयों ने 87 अरब डॉलर अपने परिवार के पास यानि भारत भेजे हैं।
कोई नहीं भारत के आसपास
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार डॉलर के रूप में विदेशों से मनीऑर्डर प्राप्त करने में शीर्ष पांच देश भारत, चीन, मेक्सिको, फिलिपीन और मिस्र हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में 87 अरब डॉलर प्राप्त करने के साथ भारत निम्न और मध्यम आय वाले देशों की श्रेणी में शीर्ष पर है। अगर स्रोत की बात की जाए, तो अमेरिका धन प्रेषण का सबसे बड़ा स्रोत रहा। उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और स्विट्जरलैंड का स्थान रहा।
सबसे ज्यादा प्रवासी अमेरिका में
नौकरी और कारोबार के लिए भारतीय दुनिया के लगभग सभी देशों में हैं। लेकिन भारतीयों के लिए सबसे पसंदीदा देश अमेरिका है। यहां करीब 44 लाख भारतीय रह रहे हैं और अपने परिवार के लिए डॉलर में पैसे भेज रहे हैं। क्षेत्र की बात करें तो सबसे अधिक भारतीय खाड़ी के देशों में काम करते हैं। यहां भारतीयों की संख्या 1.34 करोड़ से भी अधिक है। यहां सबसे बड़ी आबादी यूएई में है, यहां भारतीयों की संख्या 34 लाख से भी ज्यादा है।
Image Source : IndiatvIndian in Other Countries
दुनिया में हर 8वां शख्स प्रवासी
शरणार्थियों और प्रवासियों पर पहली रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आज दुनिया में करीब एक अरब लोग अपने देश से निकल कर किसी दूसरे देश में प्रवास कर रहे हैं। दुनिया की आबादी के हिसाब से देखा जाए तो प्रत्येक आठ में से एक व्यक्ति प्रवासी है। इसमें कहा गया है कि रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इस साल भी धन प्रेषण बेहतर रहने की उम्मीद है लेकिन कोविड-19 संकट के कारण चुनौतियां भी हैं।’’ इसमें कहा गया है कि धन प्रेषण पलायन करने वाले प्रवासियों के साथ-साथ उनके परिवार एवं मित्रों के लिये एक ‘महत्वपूर्ण और सकारात्मक’ आर्थिक परिणाम है, जो उनसे दूर स्वदेश में होते हैं।
Latest Business News