मोदी का अमेरिका दौरा खत्म होते ही एक्शन मोड में आया भारत, 8 प्रोडक्ट से सीमा शुल्क हटाने का किया ऐलान
Customs Duty: पीएम मोदी का अमेरिका दौरा खत्म हो चुका है। वह भारत वापस लौट आए हैं। अब उनके दौरे के दौरान हुईं तमाम समझौतों को लागू किया जा रहा है।
Modi US Visit: पीएम मोदी का अमेरिका दौरा खत्म हो गया है। आज वह दिल्ली वापस लौट आए हैं। पीएम मोदी का यह दौरा ऐतिहासिक रहा है, जो व्यापारिक और रणनीतिक दोनों स्तर पर खास है। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते भी हुए हैं। अब धीरे-धीरे उसपर अमल किया जाना शुरू हो गया है। भारत ने ऐलान किया है कि वह अमेरिका से आयात होने वाले चना, दाल और सेब समेत आठ उत्पादों से सीमा शुल्क हटाएगा। इंडिया ने इन पर सीमा शुल्क 2019 में लगाया था जब अमेरिका ने इस्पात और एल्युमिनियम के कुछ उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिया था। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देश विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के छह विवादों को खत्म करने और अमेरिका के उत्पादों पर प्रतिशोध स्वरूप लगाए गए शुल्कों को हटाने पर सहमत हुए थे।
पहले अमेरिका ने की थी शुरुआत
अमेरिका ने 2018 में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर इस्पात उत्पादों पर आयात शुल्क 25 प्रतिशत और एल्युमिनियम के कुछ उत्पादों पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का फैसला लिया था। इसके जवाब में भारत ने जून, 2019 में अमेरिका के 28 उत्पादों पर आयात शुल्क लगा दिया था। सूत्र ने बताया कि भारत द्वारा अतिरिक्त शुल्कों को रद्द करने की अधिसूचना के बाद इन आठ अमेरिका में निर्मित उत्पादों पर शुल्क सबसे पसंदीदा देश (एमएफएन) की वर्तमान दर पर वापस आ जाएगा। शुल्क 90 दिन में खत्म हो जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि समझौते के तहत भारत चना (10 प्रतिशत), दाल (20 प्रतिशत), ताजा या सूखे बादाम (7 रुपये प्रति किलोग्राम), छिलके वाले बादाम (20 रुपये प्रति किलोग्राम), अखरोट (20 प्रतिशत), ताजा सेब (20 प्रतिशत), बोरिक एसिड (20 प्रतिशत), और चिकित्सकीय अभिकर्मक (20 प्रतिशत) से अतिरिक्त शुल्क हटा देगा।
अमेरिका के सांसदों और उद्योग जगत ने इन शुल्क को हटाने के लिए भारत से समझौते की घोषणा का स्वागत किया है। अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। बीते वित्त वर्ष में द्विपक्षीय माल व्यापार बढ़कर 128.8 अरब डॉलर हो गया था जो वित्त वर्ष 2021-22 में 119.5 अरब डॉलर था। भारत सेब के लिए वाशिंगटन का दूसरा निर्यात बाजार है।