दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली कंपनी गिटहब ने भारत में काम कर रहे 142 कर्मचारियों को एक झटके में बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
निकाले गए कर्मचारियों में सभी गिटहब के इंजीनियरिंग विभाग में काम कर रहे थे। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट दुनिया भर में अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है। ताजा घटनाक्रम को इसी का हिस्सा माना जा रहा है।
इन तीन शहरों के कर्मचारी हुए अलविदा
गिटहब के इस फैसले से कंपनी के देश के तीन शहरों में काम कर रहे कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। निकाले गए कर्मचारी कंपनी के बेंगलुरु, हैदराबाद और दिल्ली ऑफिस में काम कर रहे हैं। गिटहब के प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय कंपनी की पुनर्गठन योजना का हिस्सा है।
कंपनी ने बताया ये कारण
कंपनी ने कर्मचारियों को निकाले जाने पर सफाई देते हुए कहा कि लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजी में निवेश करने की योजना के तहत कंपनी पुनर्गठन कर रही है। मालूम हो कि माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले ओपन सोर्स डेवलपर प्लेटफॉर्म ने फरवरी में घोषणा की थी कि वह कंपनी के वित्तीय वर्ष के अंत तक अपने 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।
गिटहब में काम करते हैं 3000 लोग
गिटहब में करीब 3,000 कर्मचारी काम करते हैं। गिटहब के सीईओ थॉमस डोहमके ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा कि हर कारोबार के लिए सतत विकास जरूरी है। सीईओ ने लिखा, श्श्आज, हम 100 मिलियन डेवलपर्स का घर हैं और हमें कल की दुनिया के लिए डेवलपर-फर्स्ट इंजीनियरिंग सिस्टम बनना चाहिए। हमें अपने ग्राहकों को गिटहब के साथ बढ़ने और फलने-फूलने में मदद करना जारी रखना चाहिए, हर दिन उनका समर्थन करते हुए उनकी क्लाउड अपनाने की यात्रा को तेज और सरल बनाना चाहिए।
Latest Business News