वीकली एक्सपायरी के दिन बाजार में बिकवाली, सेंसेक्स 310 अंक टूटा, निफ्टी 18,700 के नीचे बंद
बीएसई सेंसेक्स 310.88 अंक गिरकर 62,917.63 अंक पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 75.05 अंक लुढ़कर 18,680.85 अंक पर बंद हुआ।
वीकली एक्सपायरी के दिन गुरुवार को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिनभर हरे और लाल निशान में झुलने के बाद अंत में शेयर बाजार टूटकर बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 310.88 अंक गिरकर 62,917.63 अंक पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 75.05 अंक लुढ़कर 18,680.85 अंक पर बंद हुआ। आईटी और बैंकिंग शेयरों में गिरवाट से बाजार का मूड माहौल खराब हुआ। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट विप्रो में देखने को मिली। विप्रो का शेयर करीब दो फीसदी टूटकर 389 रुपये पर बंद हुआ। सेंसेक्स में टूटने वाले शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटइन, TATASTEEL, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, SBIN आदि शामिल रहे। आपको बता दें कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा फिलहाल प्रमुख ब्याज दर को यथावत रखने और आगे आक्रामक रुख अपनाने का संकेत देने के बाद स्थानीय शेयर बाजार बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में टूटकर खुला। बुधवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए था। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने प्रमुख ब्याज दर को 5.1 प्रतिशत पर यथावत रखा है। हालांकि, इसके साथ ही उसने संकेत दिया है कि इस साल ब्याज दर में दो बार में आधा प्रतिशत की और वृद्धि की जाएगी।
तीन कारोबारी सत्रों में बाजार में बढ़त रही थी
इसके पहले लगातार तीन कारोबारी सत्रों में बाजार में बढ़त रही थी। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में विप्रो को सर्वाधिक दो प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी और बजाज फिनसर्व के शेयरों में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ नेस्ले, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में बढ़त रही।
एशिया के दूसरे बाजारों में भी गिरावट
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में बढ़त रही। यूरोप के बाजारों में मिला-जुला कारोबार हो रहा था। बुधवार को अमेरिकी बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला था। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने उच्च मुद्रास्फीति से निपटने के लिए नीतिगत ब्याज दर को लगातार 10 बार बढ़ाने के बाद बुधवार को इसमें कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि, फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वह इस साल आगे ब्याज दर में दो बार बढ़ोतरी कर सकता है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.97 प्रतिशत चढ़कर 73.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजारों में पूंजी निवेश जारी रखा है।