मालदीव की हेकड़ी निकल गई है। अब संकट से बाहर निकालने के भारत के सामने मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए मदद देने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के रिश्ते काफी खराब हुए हैं। इसके बावजूद भारत ने मालदीव को आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दे दी है। इस पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने शनिवार को आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला दीर्घकालिक द्विपक्षीय मित्रता और व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
मालदीव सरकार के आग्रह पर दी गई मंजूरी
भारत ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष के दौरान मालदीव को अंडे, आलू, प्याज, चावल, गेहूं का आटा, चीनी और दाल जैसी कुछ वस्तुओं की निर्दिष्ट मात्रा के निर्यात पर प्रतिबंध हटा दिया था। भारतीय उच्यायुक्त ने शुक्रवार को यहां कहा कि मालदीव सरकार के आग्रह पर भारत ने 2024-25 के लिए जरूरी वस्तुओं की निर्दिष्ट मात्रा में निर्यात की अनुमति दी है। भारतीय दूतावास ने एक अधिसूचना में कहा कि साल 1981 में इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से निर्यात के लिए स्वीकृत मात्रा सबसे अधिक हैं। जमीर ने इस कदम के लिए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भारत को धन्यवाद किया।
विदेश मंत्री ने लिखा, तहे दिल से धन्यवाद
मालदीव के विदेश मंत्री ने लिखा, “मैं वर्ष 2024 और 2025 के दौरान मालदीव को भारत से आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में सक्षम बनाने के लिए कोटा के नवीनीकरण के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।” उन्होंने लिखा, “यह वास्तव में एक संकेत है, जो हमारे दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक मित्रता और द्विपक्षीय व्यापार एवं वाणिज्य को और अधिक बढ़ाने की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है।” विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जमीर की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत अपने पड़ोसियों को सर्वाधिक महत्व देने लिए प्रतिबद्ध है।
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