इस राज्य को मिले 23,181 करोड़ रुपये के निवेश प्रपोजल, पैदा होंगी 27,375 नौकरियां
मध्य प्रदेश में आरआईसी के दौरान 23,181 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनसे कुल 27,375 रोजगार के अवसर पैदा होंगे।" उन्होंने कहा कि 22,241 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव बड़े उद्योगों से आए हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन (आरआईसी) में 23,181 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 60 प्रतिशत प्रस्ताव बुंदेलखंड क्षेत्र से संबंधित हैं। यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "आरआईसी के दौरान राज्य को 23,181 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनसे कुल 27,375 रोजगार अवसर पैदा होंगे।" उन्होंने कहा कि 22,241 करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव बड़े उद्योगों से आए हैं। जबकि शेष 940 करोड़ रुपये के प्रस्ताव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की तरफ से आए हैं।
इन कंपनियों से आया निवेश
यादव ने बताया कि 240 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए 96 इकाइयों को आशय पत्र जारी किए गए हैं जिनसे 1,560 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होगा और 5,900 लोगों को रोजगार मिलेगा। निवाड़ी जिले में पैसिफिक मेटा स्टील से 3,200 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जबकि डाटा सेंट्रिक्स ने सागर जिले के सुरखी में 1,700 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया। इको सीमेंट ने पन्ना जिले में 2,000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया जबकि फ्लाई ओला ने सागर, उमरिया, नीमच और सिंगरौली जिलों में 1,800 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया। इसके अलावा बंसल ग्रुप ने जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर और इंदौर में 1,350 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया जबकि इन्सोलेशन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने नर्मदापुरम जिले में 1,600 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया।
2025 को 'उद्योग एवं रोजगार वर्ष' किया घोषित
मुख्यमंत्री ने सागर जिले के सिधगुवा औद्योगिक क्षेत्र में एक बैंक शाखा खोले जाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि दिल्ली-नागपुर औद्योगिक गलियारे के हिस्से के रूप में मसवासी गांव में 1,300 एकड़ में एक मेगा औद्योगिक पार्क स्थापित किया जाएगा। यादव ने कहा कि ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना को बढ़ावा दिया जाएगा और निवेश प्रोत्साहन के लिए कोलकाता में मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम का कार्यालय स्थापित किया जाएगा। इससे पहले उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी इसी तरह के क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन आयोजित किए गए थे। सागर आरआईसी में मंगोलिया, थाईलैंड, अल्जीरिया, केन्या, कनाडा और ईरान सहित देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और राजनयिकों सहित लगभग 3,500 प्रतिभागियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने उद्योग से संबंधित प्रतिष्ठानों के 'भूमि-पूजन' समारोह की भी ऑनलाइन अध्यक्षता की और निवेशकों को भूमि आवंटन आदेश एवं बुंदेलखंड इनोवेशन चैलेंज (हैकथॉन) के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 2025 को 'उद्योग एवं रोजगार वर्ष' घोषित किया है। इस पहल के तहत अगले साल फरवरी में भोपाल में द्विवार्षिक 'इन्वेस्ट मध्य प्रदेश- वैश्विक निवेशक सम्मेलन 2025' आयोजित किया जाएगा।