Mind IT: एचडीएफसी के मर्जर के बाद अब आईटी इंडस्ट्री में एक मेगा मर्जर की घोषणा कर दी गई है। देश की प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (L&T) की दो सॉफ्टवेयर कंपनियों माइंडट्री लिमिटेड और L&T इंफोटेक लिमिटेड (LTI) ने मर्जर की घोषणा कर दी है। नई कंपनी का नाम LTIMINDTREE होगा और यह वैल्युएशन के हिसाब से देश की 5वीं सबसे बड़ी आईटी कंपनी होगी।
इस डील से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ये डील 9 से 12 महीनों में पूरी कर ली जाएगी। सौदे के तहत माइंडट्री के 100 शेयरों के बदले LTI के 73 शेयर मिलेंगे। इस मर्जर के बीच एक और बड़ी खबर यह आई है कि इस डील के बाद LTI के MD संजय जलोना इस्तीफा दे देंगे। हालांकि उनके इस्तीफे का कारण निजी बताया जा रहा है। उनके स्थान पर माइंडट्री के CEO और MD देबासीष चटर्जी नई कंपनी का कामकाज संभालेंगे।
L&T ने 2019 में खरीदी थी माइंडट्री
L&T ने 2019 में देश की दिग्गज आईटी फर्म माइंडट्री का अधिग्रहण किया था। ग्रुप की कंपनी में लगभग 61% हिस्सेदारी है और मार्केट कैप करीब 65,285 करोड़ रुपए। इस प्रकार LTI और माइंडट्री दोनो इंजीनियरिंग फर्म L&T की सब्सिडियरी कंपनी है। LTI में फर्म की लगभग 74% हिस्सेदारी है। इसका मार्केट कैप 1.03 लाख करोड़ है। मर्जर के बाद कंपनी का टर्नओवर 350 करोड़ डॉलर होगा और L&T की हिस्सेदारी 68.73% होगी।
टेक महिंद्रा को छोड़ेगी पीछे
इस मर्जर के बाद LTIMINDTREE टेक महिंद्रा को पीछे छोड़ देगी। साथ ही मार्केट कैप के हिसाब से नई फर्म देश की पांचवीं बड़ी आईटी सर्विस प्रोवाइडर बन जाएगी। फर्म 80,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देगी, जिसमें 4,000 सेल्स और सपोर्ट पर्सनल शामिल हैं। इस समय TCS देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। इसके बाद इंफोसिस, HCL टेक, विप्रो का नंबर आता है।
कंपनी ने दिया ये बयान
L&T ग्रुप के चेयरमैन AM नाइक ने मर्जर पर बोलते हुए कहा, 'यह मर्जर स्ट्रैटजिक विजन की लाइन में आईटी सर्विसेज के कारोबार को बढ़ाने के हमारे कमिटमेंट को रिप्रजेंट करता है। LTI और माइंडट्री का मर्जर ग्राहकों, निवेशकों, शेयरधारकों और कर्मचारियों सभी के लिए फायदेमेंद होगा।' नई फर्म बड़ी डील के लिए भी बिड लगा सकेगी।
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