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Hindi News पैसा बिज़नेस LIC IPO: LIC का 'शर्मनाक' रिकॉर्ड, IPO के बाद सबसे ज्यादा लुढ़कने वाली एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बनी

LIC IPO: LIC का 'शर्मनाक' रिकॉर्ड, IPO के बाद सबसे ज्यादा लुढ़कने वाली एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बनी

LIC का शेयर 17 मई को 872 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ था, जो सोमवार 13 जून को लुढ़क कर 668.20 रुपये पर बंद हुआ।

<p>LIC </p>- India TV Paisa Image Source : FILE LIC 

Highlights

  • LIC लिस्टिंग के बाद सबसे ज्यादा गिरने वाला एशिया का दूसरा शेयर बन गया है
  • गिरावट में सबसे आगे दक्षिण कोरिया की कंपनी LG एनर्जी सॉल्यूशन है
  • एलआईसी का शेयर 17 मई को 872 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ था

LIC IPO: देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम यानि LIC का IPO जब मई की शुरुआत में निवेशकों के सामने आया तो मानो उस वक्त खरीदारों के बीच भगदड़ मच गई थी। लेकिन लिस्टिंग के बाद से इस शेयर ने जिस तरह घटिया प्रदर्शन किया है, उससे इसके निवेशकों की ही नहीं बल्कि सरकार की भी किरकिरी हो रही है। 

एलआईसी का शेयर 17 मई को 872 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ था, जो सोमवार 13 जून को लुढ़क कर 668.20 रुपये पर बंद हुआ। यह भारत की ही नहीं बल्कि एशिया की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। लिस्टिंग के बाद 29 फीसदी की इस महागिरावट के साथ ही LIC के शेयर ने एशिया के कारोबारी इतिहास में एक शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। 

Image Source : fileLIC Share Price 

जल्द ही टूट सकता है एलजी का रिकॉर्ड 

एलआईसी के शेयर की लिस्टिंग के बाद किसी ने भी इस शर्मनाक प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की थी। आंकड़ों के मुताबिक यह लिस्टिंग के बाद सबसे ज्यादा गिरने वाला एशिया का दूसरा शेयर बन गया है। फिलहाल सबसे अधिक गिरावट दर्ज करने में सबसे आगे दक्षिण कोरिया की कंपनी एलजी एनर्जी सॉल्यूशन है। लिस्टिंग के बाद इस कंपनी का शेयर 30 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। लेकिन एलआईसी में जिस गति से गिरावट आ रही है, उसे देखकर लगाता है कि यह रिकॉर्ड भी कंपनी अपने नाम कर लेगी। 

LIC निवेशकों के 1.7 लाख करोड़ रुपये डूबे

लिस्टिंग से अब तक एलआईसी शेयर के निवेशकों के 1.7 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। एलआईसी के आईपीओ में बीमा कंपनी के छोटे पॉलिसी धारकों ने भी पैसा लगाया था। इन्हें शेयर खरीदने के लिए खास छूट भी दी गई थी। लेकिन फायदे की उम्मीद लगाए बैठे ये नए निवेशक भारी घाटा उठा चुके हैं। 13 जून, 2022 को एलआईसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 4.22 लाख करोड़ रुपये रह गया है। यह देश की सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाली टॉप 5 कंपनियों की लिस्ट से बाहर हो गई। 

सरकार भी चिंतित

एलआईसी के शेयरों में गिरावट से इसमें पैसा लगाने वाले ही नहीं बल्कि सरकार भी परेशानी में है। हाल ही में सरकार ने कहा था कि एलआईसी के शेयर में गिरावट को लेकर वह ‘चिंतित’ है। लेकिन सरकार का मानाना है कि शेयरों में यह गिरावट अस्थायी है और जल्द ही रिकवरी देखने को मिलेगी। 

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