अमेरिका समेत यूरोपीय देशों में छाई मंदी ने सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों की कमाई पर असर डाला है। इसके चलते उनकी कमाई में तेजी से गिरावट आई है। वहीं, कोरोना के बाद एकदम से मिले आॅर्डर को पूरा करने के लिए कंपनियों ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती की थी। अब जब कमाई कम हुई तो कंपनियां लगातार छंटनी कर रही है। इसी कड़ी में एक और आईटी कंपनी कॉग्निजेंट ने 3,500 कर्मचारियों को बाहर करने का फैसला किया है। इससे पहले दुनिया की गिग्गज टेक कंपनियों में करीब 1.5 लाख कर्मचारियों को निकाला जा चुका है। जिन कंपनियों ने बड़े पैमाने पर छंटनी की है, उनमें फेसबुक, गूगल, अमेजन जैसी कंपनियां शामिल हैं।
कंपनी का मुनाफा कम हुआ
कॉग्निजेंट ने साल-दर-साल आधार पर मुनाफे में मामूली 3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। वहीं, कंपनी का रेवन्यू 4.81 अरब डॉलर पर आ गया। रेवन्यू में साल-दर-साल 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके अलावा कॉग्निजेंट का मार्जिन वर्तमान में 14.06 प्रतिशत पर पहुंच गया है, जो टेक महिंद्रा के बराबर है। यह आईटी उद्योग में सबसे कम है। पूरे वर्ष के लिए कंपनी ने एक समायोजित ऑपरेटिंग मार्जिन 14.2 से 14.7 प्रतिशत की सीमा में रहने की भविष्यवाणी की है। कॉग्निजेंट ने पूरे वर्ष के लिए 19.2 से 19.6 अरब डाॅलर का राजस्व मिलने का लक्ष्य रखा। कुल मिलाकर कंपनी की कमाई घटी है। इसके चलते कंपनी पर खर्चों में कटौती का दबाव बढ़ा है।
खर्चे घटाने के लिए कुछ ऑफिस भी बंद करेगी
मिली जानकारी के अनुसार, कंपनी खर्चे घटाने के लिए अपने कुछ ऑफिस को भी बंद करेगी। आपको बता दें कि कॉग्निजेंट अमेरिका में स्थित है, लेकिन भारत में इसके संचालन का एक बड़ा हिस्सा है। कॉग्निजेंट एकमात्र टेक कंपनी नहीं है जिसने हाल ही में छंटनी की घोषणा की है। विप्रो, अमेजन, एक्सेंचर, इंफोसिस, आईबीएम, गूगल, मेटा और ट्विटर जैसी कंपनियों ने भी पिछले कुछ महीनों में छंटनी की है। यह कहना गलत नहीं होगा कि तकनीकी क्षेत्र कठिन समय से गुजर रहा है और नौकरी से निकाले जाने के बाद हजारों लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं।
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