अब आपके सुपर बॉस को सता रहा है मंदी का डर, केपीएमजी की रिपोर्ट ने भारत के CEOs की उड़ाई नींद
KPMG Recession Report India: भारत में 66% सीईओ अगले साल मंदी की उम्मीद करते हैं, लेकिन उनमें से 58 फीसदी का मानना है कि आर्थिक मंदी हल्की और छोटी होगी।
KPMG Recession Report India: धीरे-धीरे पूरी दुनिया मंदी की ओर बढ़ रही है। हाल ही में विश्व बैंक ने भी अपनी रिपोर्ट में मंदी आने की बात कही थी। अब केपीएमजी की एक रिपोर्ट ने भी इस बात पर सहमति जता दी थी। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 66% सीईओ अगले साल मंदी की उम्मीद करते हैं, लेकिन उनमें से 58 फीसदी का मानना है कि आर्थिक मंदी हल्की और छोटी होगी।
रिपोर्ट ने भारत के CEOs की उड़ाई नींद
केपीएमजी ने अपने 2022 इंडिया सीईओ आउटलुक में कहा कि आज भारत में सीईओ के सामने सबसे बड़ी चिंताएं महामारी से हुई परेशानी, बढ़ते ब्याज दरों के खतरे, महंगाई, प्रत्याशित मंदी और बड़े जोखिम जैसे आर्थिक कारक है।
कंपनी की आय पर 10 प्रतिशत का पड़ेगा असर
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 66% सीईओ वैश्विक स्तर पर 86 फीसदी की तुलना में अगले 12 महीनों में मंदी की आशंका जता रहे हैं। भारत में लगभग 90 प्रतिशत कारोबारी नेताओं का अनुमान है कि कंपनी की आय पर 10 प्रतिशत का असर पड़ेगा, जबकि 62 प्रतिशत सीईओ का मानना है कि मंदी वैश्विक स्तर पर 73 प्रतिशत की तुलना में प्रत्याशित वृद्धि को आगे बढ़ाएगी।
500 सीईओ से बातचीत के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट
स्टडी में कहा गया है कि भारत में 125 से अधिक सीईओ से उनकी रणनीतियों और दृष्टिकोण के बारे में पूछा गया तब पता चला कि भारत के साथ-साथ विश्व स्तर पर वरिष्ठ अधिकारी भी अगले छह महीनों में वैश्विक अर्थव्यवस्था के लचीलेपन के बारे में अधिक आश्वस्त महसूस करते हैं (भारत में 82 प्रतिशत सीईओ और वैश्विक स्तर पर 73 प्रतिशत सीईओ) फरवरी 2022 में (भारत में 40 प्रतिशत सीईओ विश्व स्तर पर 60 प्रतिशत सीईओ) मंदी आने की संभावना है। यह रिपोर्ट 500 सीईओ से बातचीत के आधार पर तैयार की गई है।
क्या कहते हैं केपीएमजी के सीईओ?
भारत में केपीएमजी के सीईओ, येजदी नागपोरेवाला ने कहा कि चाहे वह व्यापार हो, सप्लाई चेन हो या प्रतिभा से संबंधित मुद्दे हो, इन चुनौतियों की भयावहता में नाटकीय रूप से बदलाव आया है। भारत में जिन सीईओ का सर्वेक्षण किया गया है। वे अपने संगठन के लचीलेपन में विश्वास रखते हैं। ऐसा लगता है कि उन्होंने प्रौद्योगिकी, प्रतिभा और ईएसजी के वादे से लाए गए मौजूदा माहौल का अधिकतम लाभ उठाने के लिए खुद को तैयार किया है।
आईएमएफ और विश्व बैंक पहले ही बता चुका है मंदी आएगी
आईएमएफ और विश्व बैंक जैसी वैश्विक एजेंसियों ने पहले ही यूरोप के कुछ देशों में मंदी की चेतावनी दी है। आईएमएफ ने अपनी ताजा रिपोर्ट में अमेरिका और चीन जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी और अगले साल जर्मनी और इटली में मंदी की भविष्यवाणी की है।