Small Cap म्यूचुअल फंड को लेकर कोटक महिंद्रा ने लिया बड़ा फैसला, निवेशकों पर होगा सीधा असर
Kotak Mahindra Mutual Funds की ओर से स्मॉलकैप में तेजी के बाद बड़ा फैसला लिया गया है। इसका असर फंड्स में निवेश करने वाले लोगों पर होगा।
स्मॉलकैप स्टॉक्स में बढ़ते फ्लो को देखते हुए कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड्स की ओर से इसमें लंपसम निवेश को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) ने अब स्मॉलकैप फंड्स में लंपसम यानी एकमुश्त निवेश पर रोक लगा दी है। 26 फरवरी को कंपनी द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया कि स्विच इन सहित अन्य माध्यम से कोटक स्मॉल कैप फंड में 4 मार्च 2024 से एकमुश्त निवेश पर रोक लगाई जाती है।
फंड हाउस का कहना है कि ये फैसला निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कंपनी चाहती है कि हाल के कुछ महीनों में स्मॉलकैप में वृ्द्धि होने के बाद निवेश उचित तरीके से निवेश करें।
क्या रोक लगाई गई?
एएमसी कंपनी की ओर से स्मॉलकैप फंड्स में लंपसम निवेश पर सीधे तौर पर रोक लगा दी गई है। अब एक महीने में प्रति पैन केवल 2 लाख रुपये तक का ही निवेश किया जा सकता है। हालांकि, एसआईपी और एसटीपी के जरिए फ्रैश निवेश पर कोई रोक नहीं लगाई गई है, लेकिन किसी भी महीने प्रति पैन 25,000 रुपये से ज्यादा नहीं हो सकता है।
स्मॉलकैप में जबरदस्त तेजी
पिछले कुछ समय से स्मॉलकैप फंड्स में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। बीते एक वर्ष में (21 फरवरी) तक निफ्टी स्मॉल कैप 250 इंडेक्स 65.8 प्रतिशत का रिटर्न अपने निवेशकों को दे चुका है। फंड हाउस का कहना है कि कुछ स्मॉल कैप और मिडकैप स्टॉक्स कई गुना तक बढ़ चुके हैं और तेजी के ट्रेंड के कारण इनकी कीमत फेयर वैल्यू से अधिक हो चुकी है।
2023 में स्मॉल कैप में आया सबसे ज्याद निवेश
2023 के कैलेंडर इयर में स्मॉल कैप फंड्स में सबसे ज्यादा 41,035 करोड़ रुपये का निवेश देखने को मिला था। वहीं, इस दौरान मिडकैप फंड्स में 22,913 करोड़ का निवेश और लार्ज कैप फंड में 2,968 करोड़ रुपये की निकासी देखने को मिली है।
ये फंड्स भी लगा चुके हैं रोक
कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड्स से पहले सिंतबर 2020 में एसबीआई म्यूचु्अल फंड, जुलाई 2023 में निप्पॉन इंडिया लाइफ एसेट मैनेजमेंट और टाटा म्यूचुअल फंड की ओर से भी स्मॉल कैप फंड्स में एकमुश्त निवेश पर रोक लगाई जा चुकी है।