Twitter Blue Users: ट्विटर ने कुछ दिन पहले ऐलान किया था कि 1 अप्रैल से ब्लू बैज पहले से वेरिफायड यूजर्स की आईडी से हटा दिया जाएगा। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी के आईडी से ब्लू टिक नहीं हटा है। उस समय कंपनी ने कहा था कि ब्लू टिक के लिए यूजर्स को पेड सब्सक्रिप्शन लेना पड़ेगा। इस ऐलान के बाद से सोशल मीडिया पर अलग ही विवाद शुरू हो गया। कुछ यूजर्स कंपनी के इस फैसले को सही तो कई गलत बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स का ये भी कहना है कि हम ब्लू टिक के लिए पैसा नहीं देंगे बल्कि भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग ऐप कू(Koo) पर आईडी क्रिएट कर वहां वेरिफायड करा लेंगे। ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या कू ऐप भी ट्विटर की तरह पेड सब्सक्रिप्शन पर विचार कर रहा है? इस संबंध में इंडिया टीवी ने Koo ऐप के को-फाउंडर मयंक बिदावतका से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि कंपनी फिलहाल ऐसा कुछ करने की प्लानिंग नहीं कर रही है।
कू नहीं लाने जा रही है सब्सक्रिप्शन पॉलिसी
उन्होंने कहा कि यूजर्स से ब्लू टिक लेना उनकी डिजिटल पहचान को छीनने और उनकी ऑनलाइन मौजूदगी को कलंकित करने जैसा है। वेरिफिकेशन का मूल आधार प्रामाणिकता का बैज प्रदान करना था ताकि लोग जान सकें कि किसको फॉलो करना है और यह प्लेटफॉर्म पर पहचान चोरी की आशंका को भी कम करता है। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक सार्वजनिक प्लेटफॉर्म है और इसे मुनाफे की इच्छा से ज्यादा अपने यूजर्स की जरूरत को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस्तेमाल के लिए भुगतान करो की नीति एक लोकतांत्रिक सामाजिक मंच के सिद्धांतों के खिलाफ जाती है, जहां हर किसी के पास एक समान प्ले ग्राउंड होता है। कू ऐप (Koo App) में हम एक सुरक्षित और सभी को जोड़ने वाला मंच बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो सभी को खुद को अभिव्यक्त करने और सुने जाने का समान मौका देता है। हम प्लेटफ़ॉर्म पर सभी मशहूर हस्तियों को मुफ्त में पीले एमिनेंस टिक के साथ ही यूजर्स के लिए मुफ्त सेल्फ वेरिफिकेशन प्रदान करते हैं। हमें अपने प्लेटफॉर्म की पारदर्शी कार्यप्रणाली पर गर्व है जो बिना किसी भुगतान के श्रेष्ठता को पहचानती है। हम सभी मशहूर हस्तियों और यूजर्स के लिए इस डिजिटल अधिकार की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि मावेरिफिकेशन मुफ्त रहे।
कंपनी फ्री में देगी चैटजीपीटी की सुविधा
हाल ही में कू ऐप (Koo App) ने चैटजीपीटी को प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है और अब चैटजीपीटी भी चैटजीपीटी प्लस के साथ सब्सक्रिप्शन की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि कंपनी क्या उसके लिए यूजर्स से पैसा चार्ज करेगी जो कू पर चैटजीपीटी यूज करेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए मयंक बिदावतका कहते हैं कि हम हमेशा अपने यूजर्स के लिए कंटेंट निर्माण को आसान बनाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं और चैटजीपीटी को जोड़ना क्रिएटर्स को पलक झपकते ही शानदार कंटेंट प्रोवाइड करने की दिशा में पहला कदम है। हम दुनिया के पहले माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म हैं जो इस टूल का अपने प्लेटफॉर्म पर यूज कर रहे हैं। फिलहाल यह सुविधा वेरिफाइड और एमिनेंट प्रोफाइल (Eminent Profiles) के लिए उपलब्ध है और जल्द ही प्लेटफॉर्म पर सभी यूजर्स के लिए शुरू की जाएगी।
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