एक दिन पहले ही जान लीजिए Budget में आपके लिए क्या? बहुत काम आएंगी आर्थिक सर्वेक्षण से जुड़ी ये बड़ी बातें
बजट परंपरा के अनुसार सरकार बजट से ठीक पहले मौजूदा वित्त वर्ष का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है, जिसमें सरकार के आय व्यय, योजना क्रियांन्वयन और विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शन एवं भविष्य की रणनीति का जिक्र होता है
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने जा रही हैं। इससे पहले कल 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। मंगलवार को सत्र की शुरुआत संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में संबोधन के साथ होगी। सत्र के पहले दिन 31 जनवरी को राष्ट्रपति अभिभाषण के बाद दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश किया जाएगा। आइए समझते हैं कि ये आर्थिक सर्वेक्षण क्या होता है, बजट कार्यवाही में आर्थिक सर्वेक्षण का क्या महत्व है और आप कैसे पता कर सकते हैं कि इस बार के बजट में आपके लिए कौन सी घोषणाएं हो सकती हैं।
क्या होता है इकोनॉमिक सर्वे (What is Economic Survey)
इकोनॉमिक सर्वे मौजूदा वित्त वर्ष का एक लेखा-जोखा होता है। आसान भाषा में समझें तो यह सरकार का रिपोर्ट कार्ड होता है। सरकार को कहां से आय होगी, कहां खर्च होगा, महंगाई कितनी रहेगी, कौन सा सेक्टर पास हुआ कौन सा फेल हुआ, इस सब की जानकारी आर्थिक सर्वेक्षण में होती है। एक तरह से अगले दिन आने वाले आम बजट की एक बाहरी तस्वीर आर्थिक सर्वेक्षण से सामने आ जाती है।
क्या है बजट और आर्थिक सर्वेक्षण में अंतर ? (Difference Between Budget and Economic Survey)
इस साल एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जो बजट पेश करने जा रही हैं, वह आगामी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए होगा, लेकिन मंगलवार को जो आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा वह मौजूदा साल 2022-23 के लिए है। इसमें पूरे साल के आर्थिक विकास का लेखा-जोखा होगा। पहली बार देश का आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में पेश किया गया था। 1964 से वित्त मंत्रालय बजट से एक दिन पहले सर्वेक्षण जारी करता आ रहा है। इस रिपोर्ट को डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स यानी DEA की तरफ से तैयार किया जाता है।
आपके लिय आर्थिक सर्वेक्षण में क्या ? (Economic Survey for You)
इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट एक तरह से सरकार का रिपोर्ट कार्ड होता है। इसमें यह जानकारी भी दी जाती है कि मनी सप्लाई का ट्रेंड क्या है, इसके अलावा कृषि, औद्योगिक उत्पादन, बुनियादी ढांचा, रोजगार, निर्यात, आयात, विदेशी मुद्रा के मुद्दे पर अर्थव्यवस्था की वर्तमान हालत क्या है। यह दस्तावेज सरकार का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जो अर्थव्यवस्था की प्रमुख चिंताओं पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
एक दिन पहले पता कर सकते हैं कैसा होगा बजट
इकोनॉमिक सर्वे देखकर आप आकलन कर सकते हैं कि सरकार का जोर इस बार किस सेक्टर पर अधिक होगा। आर्थिक सर्वेक्षण का डाटा और विश्लेषण आमतौर पर केंद्रीय बजट के लिए एक नीतिगत दृष्टिकोण प्रदान करता है।
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