रांची। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 3 मार्च को बजट पेश करने जा रही है। कोरोना संकट से उबर रहे राज्य में लोगों की उम्मीदें इस बार के बजट पर टिक गई हैं। माना जा रहा है कि 3 मार्च को जब वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव विधानसभा में बजट 2022-23 पेश कर रहे होंगे, तो उनका पूरा फोकस राज्य के किसानों और गरीब जनता पर होगा। बजट में राज्य के किसानों को बड़ी राहत मिल सकती है। इसके अलावा शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सर्वाधिक पर भी जोर दिया जाएगा। साथ ही, युवाओं के लिए रोजगार के नए मौके देने पर भी बजट फोकस कर सकता है।
उम्मीद की जा रही है कि इस बार सरकार उन्हें राहत देगी और बजट से राज्य के विकास को पंख लगेगा। दूसरी ओर सरकार की चिंता राजकोषीय घाटे पर लगाम लगाने की होगी। कोविड संकट का सामना करते करते सरकार की तिजोरी खाली हो गई है। ऐसे में राज्य के विकास और लोगों की उम्मीदों के बीच संतुलन बैठाना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।
किसानों और युवाओं पर फोकस
सरकारी सूत्रों के अनुसार बजट में शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों के लिए बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। सरकार बजट में आंगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य उप केंद्रों, स्कूल-कॉलेजों को लेकर भी विशेष घोषणाएं कर सकती हैं। इन भवनों को दुरुस्त कराने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण का काम भी बड़े पैमाने पर होगा।
शिक्षा पर ध्यान
बजट में सरकार किसानों के साथ साथ शिक्षा व्यवस्था परध्यान केंद्रित करेगी। सरकारी स्कूलों की कायाकल्प बदलने के साथ ही शैक्षणिक वातावरण को लेकर भी बजट में प्रावधान किया जाएगा। साथ ही, स्कूलों में ड्रेस, छात्राओं को साइकिल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी बजट में व्यवस्था होगी।
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