Jet Airways के विमान अगले महीने से फिर से उड़ान भरने को तैयारी में है। हालांकि, उससे पहले विमानन कंपनी को राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, एनसीएलएटी ने दोबारा परिचालन शुरू करने की जद्दोजहद में लगी एयरलाइन जेट एयरवेज को मुंबई के मैक स्टार मार्केटिंग परिसर में स्थित अपना कार्यालय खाली करने को कहा है। एनसीएलएटी की तीन-सदस्यीय पीठ ने गत छह मई को पारित इस आदेश में कहा कि एयरलाइन जिस समय कर्ज समाधान प्रक्रिया से गुजर रही थी, उस समय का कोई भी मासिक शुल्क मैक स्टार मार्केटिंग को नहीं दिया जाएगा।
जेट को 2019 में परिचालन बंद करना पड़ा था
कर्ज के बोझ तले दबने के बाद जेट एयरवेज को अप्रैल, 2019 में अपना परिचालन बंद करना पड़ा था। उसी साल जून में उसके खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू कर दी गई थी। मैक स्टार ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ के आदेश के खिलाफ अपील की थी। इस अपील में कहा गया था कि एनसीएलटी ने परिसर में जेट एयरवेज के बने रहने को दोषपूर्ण ढंग से सही ठहराया था। इस पर एनसीएलएटी ने जेट एयरवेज को परिसर में मौजूद अपना कार्यालय 15 दिनों के भीतर खाली करने को कहा। लेकिन इसी के साथ कर्ज समाधान अवधि के दौरान मासिक शुल्क की देनदारी से भी राहत दी।
नए नेतृत्व में उड़ान भरने की तैयारी
Jet Airways को अप्रैल, 2019 में अपना परिचालन बंद करना पड़ा था। हालांकि, इसके बाद मुरारी लाल जालान और कालरॉक कंसोर्टियम ने जून 2021 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की निगरानी में हुई दिवाला और समाधान प्रक्रिया में जेट एयरवेज की बोली जीती थी। अब लंबे समय के बाद इसे फिर से उड़ान भरने की तैयारी में है। कंपनी को सुरक्षा मंजूरी मिल गई है। इसके बाद कंपनी नए मालिक के साथ फिर से विमानन सेवाएं शुरू होने जा रही हैं। यानी अगले महीने से यात्री इस एयरलाइन के विमानों में यात्रा कर सकते हैं।
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