International Bullion Exchange: आज भारत को अपना पहला इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज(International Bullion Exchange) मिलने जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने कई अन्य परियोजनाओं के साथ गुजरात के गांधीनगर के GIFT सिटी (Gujarat International Finance Tec-City) में इसका उद्घाटन किया है।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण(IFSCA) ने 25 जुलाई को दिए एक बयान में कहा था कि IIBX भारत में सोने(Gold) के बाजार को गति देने का काम करेगा। यह भारत को वैश्विक सर्राफा बाजार में मजबूती प्रदान करेगा। भारत में सोने की मांग हमेशा बनी रहती है। हाल ही में आई World Gold Council द्वारा जारी किए गए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने की मांग सालाना आधार पर 43 फीसदी अधिक रही है।
क्या है बुलियन एक्सचेंज?
बुलियन सोने और चांदी की शुद्धता को दिखाता है। जिसे बिस्किट, इंगट या सिक्कों के रूप में रखा जाता है। केंद्रीय बैंकों द्वारा जब अपने गोल्ड भंडार के लिए सोन रखना होता है तो वह इसी रूप में रखे जाते हैं। सरकार ने अगस्त 2020 में बुलियन स्पॉट डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट और बुलियन डिपॉजिटरी रिसीट(BDR) को नोटिफाई किया था। उसके बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2020-21 में IIBX की स्थापना करने की जानकारी दी थी।
भारत का इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज कैसे काम करेगा?
अब आज के बाद से IIBX के जरिए India से सोने-चांदी का आयात होगा। यह देश का पहला इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज होगा, जिसे GIFT सिटी में स्थापित किया गया है। इसका काम सोने-चांदी के मूल्यों में निर्धारण करना भी होगा। साथ ही यह सोने की शुद्धता की भी गारंटी देगा। आपको बता दें, RBI ने इसी साल मई के महीने में IIBX के जरिए गोल्ड इंपोर्ट के लिए कुछ गाइडलाइन जारी की थी जो घरेलू क्वालिफायड ज्वेलर्स को IIBX के जरिए गोल्ड इंपोर्ट करने में मदद करेगा।
क्या कहती है RBI की गाइडलाइंस?
IIBX को लेकर आरबीआई द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के मुताबिक, बैंक क्वालिफायड ज्वेलर्स को IIBX के जरिए गोल्ड इंपोर्ट करने पर 11 दिन के लिए एडवान्स पेमेंट करने की सुविधा देंगे। जिसका पेमेंट ज्वेलर्स के तरफ से IFSCA से मान्यताप्राप्त एक्सचेंज के जरिए किया जाएगा।
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