Instant Loan: कोरोना के मुश्किल दौर ने हमेशा के लिए यह सीख दी है कि हमें पैसों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। इस मुश्किल घड़ी में सबसे सुरक्षित जरिया बैंक से पर्सनल लोन लेना होता है। लेकिन पर्सनल लोन की यह प्रक्रिया को प्रचार में जितना इंस्टैंट करके बताया जाता है, लेकिन यह उतनी सुविधाजनक है नहीं। आपको आनलाइन कर्ज के विकल्प बाजार में मिल जाएंगे, लेकिन अनजान कंपनियों से लोन लेना भरोसेमंद नहीं होता, वहीं क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपसे कमरतोड़ ब्याज वसूलती हैं। दूसरी ओर बैंक भी आपसे तमाम दस्तावेज मांगते हैं और आपके उब जाने जितना वक्त भी लेते हैं।
हालांकि आपके घर की अलमारी में आपके कुछ ऐसे निवेश मौजूद होते हैं जिनके बल पर आप आसानी से तेजी से लोन ले सकते हैं। बैंक इन कागजातों को गरवी रखकर झटपट और सस्ता लोन उपलब्ध करा देते हैं। आइए ऐसे ही 5 विकल्पों के बारे में जानते हैं।
अपने मकान के बदले में लोन
आप यदि घर के मालिक हैं तो आपको अचानक पैसों की जरूरत के वक्त घबराने की जरूरत कतई नहीं है। आपका घर आपके लिए पैसों का इंतजाम कर देगा। जी नहीं, हम घर बेचने की बात नहीं कर रहे हैं। आप अपने कागजात गिरवी रख कर लोन ले सकते हैं। बता दें कि घर के कागजात के बदले आपको अपने घर की वैल्यू का 60-70 फीसदी तक लोन मिल सकता है। आप अपने बैंक से बात कर के यह लोन 2 साल से लेकर 20 साल तक की अवधि तक के लिए ले सकते हैं। अलग अलग बैंक मकान के बदले लोन पर 11 से 15 प्रतिशत का ब्याज चार्ज करते हैं।
शेयर के बदले लोन
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं और आपको अचानक पैसों की जरूरत आन पड़ी है तो आपको अपने शेयर नुकसान में बेचने की जरूरत नहीं है। आप इन शेयरों के बदले बैंक से कर्ज ले सकते हैं। आपको शेयर पर उसकी वैल्यू के 50 फीसदी के बराबर तक का लोन मिल सकता है। बैंक शेयरों के बदले भी कर्ज देते हैं, इस पर अमूमन 11 से 22 फीसदी की दर से ब्याज लेते हैं। यहां लोन की अवधि पर निर्णय पूरी तरह से बैंक पर निर्भर करता है।
गोल्ड पर लोन
कर्ज लेने का यह तरीका इस समय काफी प्रचलित है। बैंक से लेकर मुथूट और मण्णपुरम जैसी कंपनियां वैसे गोल्ड लोन प्रदान कर रही हैं। लेकिन फिर भी लोग घर का सोना निकालने से हिचकिचाते हैं। लेकिन फिर भी आप अपने घर में रखे सोने पर भी बैंक से लोन ले सकते हैं। अच्छी बात यह है कि इस तरीके से लोन फटाफट मिलता है, वहीं ब्याज की दरें भी पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड से कम होती है। रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस के मुताबिक अधिकतम 75 फीसदी वैल्यू तक का लोन आप पा सकते हैं। ऐसे लोन की अवधि अमूमन 12 महीने होती है, लेकिन इसे अधिक समय के लिए भी लिया जा सकता है।
एफडी पर लोन
देश में अभी भी बहुत से लोग एफडी में निवेश करते हैं। भविष्य की जरूरतों के लिए करवाई गई यह एफडी आपके मौजूदा जरूरत के लिए भी काम आ सकती है। हम यहां आपको एफडी तुड़वाने के लिए नहीं कह रहे हैं। क्योंकि इससे आपको न तो ब्याज मिलता है, वहीं चार्जेज़ भी देने पड़ते हैं। ऐसे में आपके पास एफडी पर लोन लेने का विकल्प है। बैंक अक्सर एफडी के 90 फीसदी तक लोन देते हैं, हालांकि आपको इस पर ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है। लेकिन इससे आपकी एफडी टूटने से बच जाएगी।
बीमा पॉलिसी पर लोन
बीमा पॉलिसी आपको भविष्य की सुरक्षा ही नहीं देती। बल्कि आपके वर्तमान को संवारने में भी काम आ सकती है। आप जरूरत पड़ने पर इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन का फायदा ले सकते हैं। इस पर आपको सरेंडर वैल्यू का 85-90 फीसदी तक का लोन आसानी से मिल सकता है। इस पर आपको 9-10 फीसदी का ब्याज देना पड़ सकता है।
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