आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) ने 2022-23 की तीसरी तिमाही में करीब 6,000 फ्रेशर्स को हायर किया। वित्त वर्ष 2023 की शुरुआत में, कंपनी ने 50,000 फ्रेशर हायरिंग का टारगेट सेट किया था जिनमें से 40,000 को साल की पहली छमाही में हायर किया गया। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी निलांजन रॉय ने कहा कि कंपनी इस साल के दौरान अपने सालाना हायरिंग टारगेट को पा लेगी। हमने हायरिंग टारगेट को संशोधित नहीं किया है। हम लगातार हायरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी के पास फ्रेशर इंजीनियर्स की बहुत बड़ी संख्या है जिन्हें मैसूर में स्कील्ड किया जा रहा है। हम उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं।
हायरिंग की रफ्तार हुई धीमी
इन्फोसिस ने हायरिंग की रफ्तार धीमी कर दी है। इंफोसिस ने इस साल की पहली तिमाही में 21,171 लोगों को जोड़ा था, लेकिन दूसरी तिमाही में हायरिंग को आधे से ज्यादा घटाकर 10,032 कर दिया था। Q3 में, कंपनी ने 1,627 लोगों को जोड़ा। आपको बाता दें कि अमेरिका समेत यूरोपीय देशों में मंदी की आशंका के चलते कंपनी के काम पर असर हुआ है। कंपनी को मुख्य रूप से अमेरिका से काम मिलता है। वहां पर मंदी के चलते वर्क ऑर्डर मिलने की रफ्तार धीमी हुई है। इसको देखते हुए कंपनी ने हायरिंग में कमी की है।
इन्फोसिस का लाभ बढ़कर 6,586 करोड़ पर
इन्फोसिस का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर, 2022 में समाप्त तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 13.4 प्रतिशत बढ़कर 6,586 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। प्रमुख आईटी कंपनी ने बताया कि पूरे वित्त वर्ष के दौरान उसकी आय 16-16.5 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में इन्फोसिस का शुद्ध लाभ 5,809 करोड़ रुपये (अल्पांश हिस्सेदारी को हटाकर) था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की एकीकृत आय 20 प्रतिशत बढ़कर 38,318 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष में आय के अनुमान को भी बढ़ाकर 16-16.5 प्रतिशत कर दिया। यह आंकड़ा पहले 15-16 प्रतिशत था। इन्फोसिस का परिणाम लाभ और आय, दोनों लिहाज से विश्लेषकों की उम्मीद से बेहतर रहा।
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