नई दिल्ली। अगर आप खाने-पीने, पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ी महंगाई से परेशान हैं तो जल्द राहत मिलने वाली नहीं है। मार्च महीने तक महंगाई अभी और आपके घर का बजट बिगाड़ेगी। ये बातें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी मौद्रिक पॉलिसी की समीक्षा में कही हैं।
मार्च तक चरम पर पहुंचेगी महंगाई
आरबीआई ने अपनी मौद्रिक समीक्षा में कहा है कि खुदरा महंगाई दर (CPI) चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 5.3% रहने का अनुमान है। वहीं, चौथी तिमाही यानी दिसंबर से लेकर मार्च तक यह 5.7% रह सकती है। यानी मार्च तक महंगाई से आपको राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मार्च तक महंगाई चरम पर होगी। वहीं, अगले वित्त वर्ष 2022-23 के लिए CPI इन्फ्लेशन 4.5% रहने का अनुमान आरबीआई ने लगाया है। 2022-23 की पहली तिमाही में महंगाई 4.9%, दूसरी तिमाही में 5%, तीसरी तिमाही में 4% और चौथी तिमाही में 4.2% रह सकती है।
ओमिक्रॉन ने जीडीपी पर बुरा असर
एमपीसी बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने कहा कि ओमिक्रॉन से भारतीय अर्थव्यवस्था की सुधार रफ्तार पर बुरा असर हुआ है। इससे जीडीपी की रफ्तार थोड़ी सुस्त हुई है। शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 (FY23) के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि 7.8% रहने का अनुमान है। वहीं, चालू वित्त वर्ष की विकास दर 9.2% पर बरकरार है।
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