भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 7.3 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी पहले अग्रिम अनुमान में ये जानकारी निकलकर आई है। वित्त वर्ष23 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.2 प्रतिशत रही थी।
अनुमान में बताया गया कि नॉमिनल आधार पर वित्त वर्ष 24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.9 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है, जोकि एक वर्ष पहले 16.1 प्रतिशत था। वहीं, चालू वित्त वर्ष में जीएवी ग्रोथ 6.9 प्रतिशत रह सकती है। वित्त वर्ष23 में ये 7 प्रतिशत थी।
मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री में रहेगी तेजी
एनएसओ के अनुमान में बताया गया कि वित्त वर्ष24 में मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री 6.5 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ सकती है, जो कि वित्त वर्ष23 में 1.3 प्रतिशत थी। एग्रीकल्चर, लाइवस्टॉक और फिशिंग की ग्रोथ 1.8 प्रतिशत रह सकती है। वित्त वर्ष 23 में ये 4 प्रतिशत थी। एग्रीकल्चर, लाइवस्टॉक और फिशिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान 15 प्रतिशत का रहा है।
वहीं, खनन और उत्खनन इंडस्ट्री, जो वित्त वर्ष 23 में 4.6 प्रतिशत की दर से बढ़ा था, वित्त वर्ष 24 में 8.1 प्रतिशत की दर से बढ़ता दिख रहा है। व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और सेवाओं की वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में 6.3 प्रतिशत रह सकती है, जो वित्त वर्ष 2023 में 14 प्रतिशत थी।
UN ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था पर जताया भरोसा
संयुक्त राष्ट्र विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं (डब्ल्यूईएसपी) 2024 रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अपने समकक्ष इकोनॉमी के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है। इसमें यह अनुमान लगाया गया है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत की विकास दर (जीडीपी) 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।मजबूत घरेलू मांग और विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि के बीच भारत में वृद्धि दर 2024 में 6.2 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2023 के 6.3 प्रतिशत के अनुमान से थोड़ा कम है।
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