इंडियन इकोनॉमी की रफ्तार हुई तेज, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन से IIP 3.1% बढ़ा
एनएसओ के बयान के अनुसार, सितंबर, 2024 के लिए आईआईपी वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत रही है, जबकि अगस्त, 2024 में औद्योगिक उत्पादन 0.1 प्रतिशत घटा था।’’ चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर चार प्रतिशत रही है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन की वजह से देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP ) सितंबर में 3.1 प्रतिशत बढ़ा है। खनन, मैन्युफैक्चरिंग और बिजली उत्पादन में सुधार से औद्योगिक उत्पादन बढ़ा है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। सितंबर, 2023 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रही थी। हालांकि, इस साल अगस्त में औद्योगिक उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी जिसकी मुख्य वजह देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ के कारण खनन कार्य प्रभावित होना था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर, 2024 में खनन क्षेत्र का उत्पादन 0.2 प्रतिशत, विनिर्माण उत्पादन 3.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 0.5 प्रतिशत बढ़ा। अगस्त में खनन क्षेत्र का उत्पादन 4.3 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 3.7 प्रतिशत घटा था, जबकि विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर भी सिर्फ 1.1 प्रतिशत रही थी।
अगस्त में औद्योगिक उत्पादन घटा था
एनएसओ के बयान के अनुसार, सितंबर, 2024 के लिए आईआईपी वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत रही है, जबकि अगस्त, 2024 में औद्योगिक उत्पादन 0.1 प्रतिशत घटा था।’’ चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर चार प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इसमें 6.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। एनएसओ द्वारा जारी उपयोग-आधारित वर्गीकरण के अनुसार, पूंजीगत वस्तु खंड की वृद्धि सितंबर 2024 में घटकर 2.8 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 8.4 प्रतिशत थी। उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं का उत्पादन सितंबर, 2023 के 2.7 प्रतिशत के मुकाबले इस साल सितंबर माह में दो प्रतिशत बढ़ा है। वहीं समीक्षाधीन माह में टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन 6.5 प्रतिशत बढ़ा, जो सितंबर, 2023 में एक प्रतिशत बढ़ा था।
त्योहारी मांग से फायदा मिला
आंकड़ों के अनुसार, बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं के उत्पादन में सितंबर, 2024 में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज गई, जो एक साल पहले की समान अवधि के 10.1 प्रतिशत के आंकड़े से काफी कम है। प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन 1.8 प्रतिशत बढ़ा, जबकि सितंबर, 2023 में इसमें आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। मध्यवर्ती वस्तु खंड में उत्पादन में 4.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने इन आंकड़ों पर कहा कि अनुकूल आधार के बीच अगस्त, 2024 में 0.1 प्रतिशत की गिरावट के बाद सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 3.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नायर ने कहा, ‘‘ त्योहारों की जल्द शुरुआत के सकारात्मक प्रभाव और प्रतिकूल आधार (अक्टूबर, 2023 में +11.9 प्रतिशत) के बीच संतुलन बनाते हुए, इक्रा का अनुमान है कि अक्टूबर, 2024 में औद्योगिकी उत्पादन की वृद्धि दर सालाना आधार पर तीन से चार प्रतिशत रहेगी।’’