देश में पीक टाइम बिजली डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। बिजली सचिव पंकज अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि भारत की सर्वाधिक बिजली मांग 2031-32 तक अनुमानित 384 गीगावाट के आंकड़े और 400 गीगावाट (जीडब्ल्यू) के नए लेवल को भी आसानी से पार कर सकती है। भाषा की खबर के मुताबिक,सीआईआई-स्मार्ट मीटरिंग कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बिजली की अधिकतम मांग पहले ही मई में 250 गीगावाट के लेवल पर पहुंच चुकी है।
900 गीगावाट की स्थापित क्षमता होनी चाहिए
खबर के मुताबिक, अग्रवाल ने कहा कि पिछले दो सालों में कुछ राज्यों में बिजली की मांग जिस तरह से बढ़ी है, उससे यह मांग 2031-32 तक 384 गीगावाट तक पहुंच जाएगी और आसानी से 400 गीगावाट को पार कर सकती है। इसके लिए हमारे पास 900 गीगावाट की स्थापित (बिजली उत्पादन) क्षमता होनी चाहिए। सरकार ने इस वर्ष अधिकतम बिजली मांग के 260 गीगावाट रहने का अनुमान लगाया है। सचिव ने कहा कि मांग सितंबर तक ही अनुमानित 260 गीगावाट के स्तर पर पहुंच सकती है।
कुछ दिनों से अधिकतम मांग में गिरावट का रुख
हालांकि, मॉनसून की शुरुआत में पिछले कुछ दिनों से बिजली की अधिकतम मांग में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को बिजली की अधिकतम मांग 209 गीगावाट थी।
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