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Hindi News पैसा बिज़नेस बाप रे! हम भारतीय कितना खरीदते हैं सोना? आंकड़े उड़ा देंगे होश, शौक के आगे महंगाई भी फेल

बाप रे! हम भारतीय कितना खरीदते हैं सोना? आंकड़े उड़ा देंगे होश, शौक के आगे महंगाई भी फेल

भारत में सोने की मांग इस तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 19 प्रतिशत बढ़कर 85,010 करोड़ रुपये की हो गई। जुलाई-सितंबर, 2021 की तिमाही में भारत में 71,630 करोड़ रुपये मूल्य के सोने की मांग रही थी।

Gold- India TV Paisa Image Source : FILE Gold

हम भारतीय का सोने से प्यार किसी से छिपा नहीं है। यह निवेश से कहीं बढ़कर हमारी आस्था का भी प्रतीक है। हम हर शुभ दिन पर सोना खरीदना पसंद करते हैं। इस बार त्योहारों के सीजन में भी हमने महंगाई के बावजूद रिकॉर्ड स्तर पर सोना खरीद डाला है।  विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) के आंकड़े कुछ ऐसा ही बयान कर रहे हैं। 

भारत में सोने की मांग कोविड-19 महामारी-पूर्व के स्तर पर पहुंच चुकी है और जुलाई-सितंबर तिमाही में यह 14 प्रतिशत की दर से बढ़कर 191.7 टन हो गई। बीती तिमाही में सोने की औसत कीमत (सीमा-शु्ल्क एवं जीएसटी को छोड़कर) 44,351 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर तिमाहियों में देश के भीतर सोने की कीमतों में करीब चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

19 प्रतिशत बढ़ी डिमांड 

विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़ गई। एक साल पहले की समान तिमाही में सोने की मांग 168 टन रही थी। अगर मूल्य के संदर्भ में देखें, तो भारत में सोने की मांग इस तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 19 प्रतिशत बढ़कर 85,010 करोड़ रुपये की हो गई। जुलाई-सितंबर, 2021 की तिमाही में भारत में 71,630 करोड़ रुपये मूल्य के सोने की मांग रही थी। 

मांग कोविड पूर्व स्तर पर पहुंची

डब्ल्यूजीसी के भारतीय क्षेत्र के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सोमसुंदरम पी आर ने कहा कि सितंबर तिमाही के आंकड़े भारत में सोने की मांग कोविड-पूर्व स्तर पर पहुंच जाने की पुष्टि करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तिमाही में भारत में मांग उम्मीद से बेहतर रही और उपभोक्ताओं की दिलचस्पी भी बढ़ी। 

आभूषणों की मांग में 17 प्रतिशत की तेजी

जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की कुल आभूषण मांग 17 प्रतिशत बढ़कर 146.2 टन हो गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 125.1 टन रही थी। मूल्य के संदर्भ में आभूषण की मांग इस तिमाही में 22 प्रतिशत बढ़कर 64,860 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 53,330 करोड़ रुपये था। 

उत्तर से अधिक मांग दक्षिण भारत में

भारत में स्वर्ण आभूषण की मांग में अधिक हिस्सेदारी शहरी क्षेत्रों, खासकर दक्षिण भारत की रही।’’ उन्होंने कहा कि इस तिमाही में ग्रामीण मांग कम रहने के पीछे मानसूनी बारिश और मुद्रास्फीति जैसे कारक जिम्मेदार रहे। हालांकि, उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रुपये की घटती कीमत और बढ़ती ब्याज दरों के बीच सोने को सुरक्षित निवेश माने जाने की धारणा जोर पकड़ेगी और भारत में खुदरा निवेश को लाभ होगा। 

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