Basmati Rice: विदेशों में भारत के बासमती चावल की डिमांड काफी बढ़ गई है। इस बारे में वाणिज्य मंत्रालय ने एक डेटा जारी करते हुए सूचना दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बासमती चावल का निर्यात 25.54 प्रतिशत बढ़कर 1.15 अरब डॉलर का हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह निर्यात 92.2 करोड़ डॉलर का हुआ था।
गैर-बासमती चावल के निर्यात में पांच प्रतिशत की वृद्धि
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अप्रैल-जून तिमाही 2022 में गैर-बासमती चावल का निर्यात भी पांच प्रतिशत बढ़कर 1.56 अरब डॉलर का हो गया। इस अवधि में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात 31 प्रतिशत बढ़कर 7.4 अरब डॉलर का हो गया। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के लिए कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात के लिए 23.56 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य तय किया है।
डेयरी उत्पादों में रिकॉर्ड वृद्धि
इस अवधि के दौरान ताजा फल और सब्जियों के अलावा अनाज के निर्यात में भी वृद्धि दर्ज की गई है। मंत्रालय ने कहा है कि मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। डेयरी उत्पादों ने अकेले 67.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की क्योंकि इसका निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में बढ़कर 19.1 करोड़ डॉलर का हो गया। एपीडा के अध्यक्ष एम अंगमुथू ने कहा कि कृषि-निर्यात मूल्य श्रृंखला में प्रमुख हितधारकों के सहयोग से निर्यात का एक आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर चालू वित्त वर्ष में भी भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात में वृद्धि को बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया है।
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