सॉफ्टवेयर जगत में अपना लोहा मनवाने के बाद अब भारत स्टार्टअप की दुनिया का सिरमौर बनने की ओर अग्रसर है। आज दुनिया के सबसे सफल और तेजी से बढ़ते स्टार्टअप भारतीय हैं। ताजा लिस्ट में सामने आया है कि स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत अब चीन से आगे निकल गया है।
आज किराना डिलीवरी और ट्रैक्सी सेवाओं के साथ ही पेमेंट, टैक्स और टूरिज्म से जुड़े करीब ढाई दर्जन स्टार्टअप काराबार की दुनिया में खास मुकाम रखने वाले यूनीकॉर्न क्लब में शामिल होने से बस चंद कदम दूर हैं। दरअसल यूनीकॉर्न ऐसी कंपनियों को कहते हैं जिनका वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर से अधिक होता है।
चीन से आगे निकला भारत स्टार्टअप से जुड़ा डेटाबेस रखने वाली दिग्गज संस्था क्रंचबेस ने दुनिया भर के देशों से ऐसे 300 स्टार्टअप का डेटा तैयार किया है जिनकी वैल्यूएशन 500 मिलियन डॉलर से अधिक है और जल्द ही यूनीकॉन का औहदा हासिल कर सकते हैं। खासबात यह है कि क्रंचबेस यूनिकॉन बोर्ड नाम वाली दुनिया भर में स्टॉर्टअप की इस टॉप 300 लिस्ट में करीब 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी भारतीय कंपनियों की है। यही नहीं स्टार्टअप की इस दौड़ में भारत चीन से आगे निकल गया है। लिस्ट में भारत की 31 कंपनियां हैं वहीं चीन की सिर्फ 26 कंपनियां यूनिकॉर्न की दौड़ में शामिल हैं।
भारत की ये कंपनियां शामिल
Company | Post Money Value | Known Lead Investors |
CarTrade | $947M | Warburg Pincus |
Shiprocket | $930M | Razorpay |
BookMyShow | $850M | Accel |
Rapido | $830M | Swiggy |
Dunzo | $775M | Reliance |
Ninjacart | $775M | Flipkart |
ClearTax | $750M | Stripe |
अमेरिका का दबदबा
दुनिया की उभरते स्टार्टअप में करीब 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी अमेरिका की है। टॉप 300 में से 158 कंपनियां अमेरिका की हैं। वहीं 31 कंपनियों के साथ भारत दूसरे नंबर पर है। वहीं इस लिस्ट में चीन की 26 कंपनियां हैं। उभरते हुए यूनिकॉर्न में सबसे अधिक कंपनियां वित्तीय सेवाएं, वाणिज्य और खरीदारी, और डेटा और एनालिटिक्स प्रमुख क्षेत्रों में से हैं
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