देश कोरोना के महासंकट से बाहर निकलकर विकास की राह पर सरपट दौड़ रहा है? सरकारी आंकड़े तो इसी बात की गवाही दे रहे हैं। देश में मार्च के मुकाबले अप्रैल में औद्योगिक ग्रोथ में जोरदार तेजी दर्ज की गई है। बिजली और खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश में अप्रैल, 2022 के दौरान औद्योगिक उत्पादन में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
अप्रैल का यह आंकड़ा पिछले आठ महीने का सबसे उच्च स्तर है। इससे पहले अगस्त, 2021 में इसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। मौजूदा तेजी में देश के बिजली और खनन क्षेत्र का खास योगदान रहा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले महीने में विनिर्माण क्षेत्र में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
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महामारी की मार से बाहर निकला भारत
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की वजह से पिछले वर्ष के इसी महीने में वृद्धि दर का विश्लेषण किया जाना अभी बाकी है। महामारी की वजह से उस समय औद्योगिक उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ था। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने में बिजली उत्पादन में सबसे ज्यादा ग्रोथ देखने को मिली है। वहीं खनन उत्पादन दूसरा सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र था। बता दें कि अप्रैल में देश गंभीर बिजली संकट से जूझ रहा था, जिसके चलते खनन और बिजली उत्पादन में तेजी आई थी।
अनुमान से कम रही ग्रोथ
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘‘कोविड-19 की दूसरी लहर के के निम्न आधार ने अप्रैल 2022 में उद्योगिक उत्पादन की वृद्धि को आठ महीने के उच्चतम स्तर 7.1 प्रतिशत पर पहुंचा दिया। हालांकि, खनन क्षेत्र में हमारी उम्मीद के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन के कारण यह हमारे 9.2 प्रतिशत के अनुमान से कम रहा।’’
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