भारत में कंपनियों द्वारा इस साल कर्मचारियों के वेतन में औसतन 10 प्रतिशत वृद्धि किए जाने की उम्मीद है। मंगलवार को जारी एक सर्वे में यह बात कही गई है। सर्वे में कहा गया है कि सबसे अधिक वेतनवृद्धि का लाभ ऑटो, मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सेक्टर्स में कार्यरत कर्मचारियों को मिलेगा। मंगलवार को जारी परामर्शक फर्म मर्सर के कुल पारिश्रमिक सर्वेक्षण (TRS) के अनुसार, साल 2023 में औसत वेतनवृद्धि 9.5 प्रतिशत थी। इसमें कहा गया, ‘‘यह प्रवृत्ति भारत के मजबूत आर्थिक प्रदर्शन और नवाचार तथा प्रतिभा के केंद्र के रूप में इसके बढ़ते आकर्षण को दर्शाती है।
इन सेक्टर्स में ज्यादा इंक्रीमेंट
भारत में ऑटो, मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग और लाइफ साइंस में कर्मचारियों को सबसे अधिक सैलरी इंक्रीमेंट मिलने का अनुमान है। यह इन सेक्टर्स की प्रतिस्पर्धी प्रकृति को दर्शाता है। सर्वे में कहा गया है कि भारत में औसत वेतनवृद्धि 2024 में 10 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2023 में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ टॉप पर थी। इसमें कहा गया है कि भारत में स्वैच्छिक नौकरी छोड़ने की दर वर्ष 2021 में 12.1 प्रतिशत से धीरे-धीरे बढ़कर वर्ष 2022 में 13.5 प्रतिशत हो गई है।
एऑन पीएलसी का सर्वे
इससे पहले वैश्विक पेशेवर सेवा कंपनी एऑन पीएलसी के वार्षिक वेतनवृद्धि व कारोबार सर्वे 2023-24 भारत में बताया गया था कि देश में इस साल कर्मचारियों के वेतन में 9.5 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है इसके अनुसार, वैश्विक महामारी के बाद 2022 में हुई उच्च वेतनवृद्धि के बाद भारत में वेतन वृद्धि सिंगल डिजिट यानी 10 प्रतिशत से कम पर स्थिर हो गई है। सर्वे में करीब 45 इंडस्ट्रीज की 1,414 कंपनियों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है।
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