दिल्ली में केजरीवाल सरकार कितनी करती है कमाई, आ गया इनकम का ये ताजा आंकड़ा
वित्त वर्ष 2021-22 में जीएसटी और वैट (मूल्य संवर्धित कर) को मिलाकर राजस्व संग्रह 27,000 करोड़ रुपये से अधिक था।
दिल्ली देश की राजधानी है, जहां करीब ढाई करोड़ लोग रहते हैं। ये लोग दिल्ली में काम करते हैं और कारोबार करते हैं। वहीं ढेरों लोग दिल्ली कमाई के लिए आते हैं, लेकिन लोगों को रोजगार या कारोबारी मौके देने वाली दिल्ली खुद कितनी कमाई करती है, क्या आप यह आंकड़ा जानते हैं? दिल्ली के नए वित्तमंत्री कैलाश गहलोत ने इसका खुलासा किया है।
दिल्ली में टैक्स डिपार्टमेंट की मीटिंग के बाद गहलोत ने बताया कि दिल्ली सरकार ने चालू वित्त वर्ष में फरवरी तक 31,462.62 रुपये का कर संग्रह किया। इसमें 26,096 करोड़ रुपये वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से मिले। दिल्ली में बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को व्यापार और कर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बजट की तैयारियों की समीक्षा की और दिल्ली में व्यापार को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की।
गहलोत ने शहर में कर संग्रह से राजस्व बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने कहा, “वित्त वर्ष 2021-22 में जीएसटी और वैट (मूल्य संवर्धित कर) को मिलाकर राजस्व संग्रह 27,000 करोड़ रुपये से अधिक था। इस साल इसमें उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है।”
केंद्र ने राज्यों को 1.40 लाख करोड़ दिए
केंद्र सरकार ने राज्यों को कर हस्तांतरण के रूप में 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक की 14वीं किस्त जारी की है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “केंद्र सरकार ने आज राज्य सरकारों को कर अंशों की 14वीं किस्त के तौर पर 1,40,318 करोड़ रुपये जारी किए, जबकि सामान्य मासिक हस्तांतरण 70,159 करोड़ रुपये है।” बयान में कहा गया कि यह हस्तांतरण राज्यों के पूंजीगत और विकास व्यय को बढ़ाने के लिए उन्हें मजबूत करने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है। वर्तमान में, एक वित्त वर्ष में केंद्र द्वारा एकत्रित करों का 41 प्रतिशत राज्यों को 14 किश्तों में हस्तांतरित किया जाता है।